बात उन दिनों की है जब मैं स्कूल से पास हो कर कॉलेज चला गया था, मैं हमेशा घर वालो से फोन पर ही बात कर लेता था,कई सालो से मैं घर नही आया था.
बात उन दिनों की है जब मैं स्कूल से पास हो कर कॉलेज चला गया था, मैं हमेशा घर वालो से फोन पर ही बात कर लेता था,कई सालो से मैं घर नही आया था.
रा नाम फतिमाह है और मैं जम्मू की रहने वाली हूं, मेरे स्तनों का आकार 38 है और मेरी गांड का आकार 28 हैं,मेरे शरीर के अंगो की बनावट ऐसी...
मैं पेशे से व्यापारी हूं,जिस कारण देश में हर जगह जाता रहता हूं, जैसे की आप ने पीछे भाग में पढ़ा के कैसे मैं चमेली को दूसरे रास्ते से ले..
हेलो दोस्तों मैं फिर से हाज़िर हूं आप सभी पाठकों के लिए अपनी कहानी का भाग –2 लेकर, लेकिन थोड़ा अपना परिचय दे देता हूं, मेरा नाम विकास है
मैं अपने ब्लाउज़ के बटन को बंद कर के पल्लू ठीक करने के बाद चाय लेकर आई तो क्या देखती हूं, ससुर जी ने भी अपने कपड़े यानी लूंगी ठीक कर ली
आज मैं अपने जीवन की घटना आप सभी पाठको के समक्ष लेकर आया हूं,ये बात आज बीस साल पहले की हैं,एक लडकी जिसका नाम चमेली थीं.