हेलो दोस्तों मेरा नाम टीना है मेरा फिगर 38 28 38 और मैं मुंबई की रहने वाली हूं आज मैं आपको मेरे बॉस के साथ हुई चुदाई की कहनी बताने जा राही हूं,
मेरे बॉस का नाम दिनेश मित्तल है, उनकी उम्र 36 की है वो शादीशुदा है उनके 2 बच्चे भी है,
अब सीधा कहानी पे आती हूं, मुझे यहां काम करते हुए 2 साल हो गए थे, पर पता नही क्यों ग्रोथ नही हो राही थी,
मेरी एक सहेली है जिसका नाम सुमन था वो बहुत खुले विचारो वाली लड़की हैं, अपने फायदे के लिए वो किसी के साथ भी सो सकती थी,
उसने मुझे बताया कैसे उसने अपने बॉस के साथ सेक्स किया, उसकी बॉस लड़की थीं,
फिर मैने भी सोच लिया बॉस को पटाने के लिए, कुछ दिन ऐसे बीत गए, फिर मैंने कुछ नए कपड़े लिए जिसमे दीप गले वाले कपड़े थे, जब भी बॉस बुलाते, मैं अपने बूब्स ऊपर से खुला रख कर जाती थी,
बॉस बहुत शरीफ आदमी था, वो कभी भी आंखो के अलावा कहीं और देखता ही भी था, फिर एक दिन मैंने ऐसे कपड़े पहने जिसमें मेरे बूब्स आधे से ज्यादा दिखाई दे रहे थे, मैनें दुप्पटे से कवर किया हुआ था,
जैसे ही बॉस ने मुझे बुलाया मैने केबन में जाते समय दुप्पटे को गले तक कर दिया और बॉस के सामने बैठ गई, पहली बार बॉस ने मेरी चूंचियों के दर्शन किए, उनका ध्यान बार बार मेरे बूब्स की गहराई पर जा रहा था मैं मन ही मन में खुश हो रही थी,
फिर मुझे जाने के लिए बोला, मैने भी जाते समय टेबल पर रखे पेन को नीचे गिरा दिया ओर सॉरी बोल कर नीचे झुकी पेन उठाने के लिए तो अपने एक बूब्स को बाहर निकाल दिया निप्पल तक और दुप्पटे को गिरा दिया,
मैं जैसे ही उठी मेरे बूब्स को देख कर बॉस का रंग ही बदल गया, बॉस अच्छे से देखने के बाद मुझे सॉरी बोलने लगे मैने भी सेक्सी सी स्माइल देख कर बोला सॉरी बॉस ये ड्रेस थोड़ी बड़ी है और बाहर चली आई,
उसके बाद से बॉस जब भी मुझे देखते पहले मेरे बूब्स फिर मुझे ओर मुस्कुरा कर केबिन चले जाते,फिर एक दिन ऑफिस मीटिंग थी, मीटिंग बहुत देर तक चली और बारिश भी हो रही थी,
मीटिंग के बाद सभी लोग घर जाने लगे मैं सब के जाने का इंतज़ार कर रही थी के बहाने से बॉस की कार में जाऊंगी, वही हुआ मैं सब से बाद में निकली तो बॉस ने मुझे बोला चलो में छोड़ देता हूं,
ठीक है सर बोल कर आगे जा कर बैठ गई, बॉस कार चलने लगे सड़क पर बहुत खड्डे थे, जिस कारण कार बहुत हिल रही थी और मेरे बूब्स भी, बॉस बार बार मेरी हिलती चुचियों को देख रहा था,
मैं भी हाथ को बार बार बॉस की जांघों के ऊपर रखती फिर हटा लेती, फिर मैने सीट बेल्ट के हुक को खोल दिया और जैसे ही गाड़ी अगले खड्डे में गई मैं बॉस के ऊपर गिर गई ओर ऐसी गिरी के मेरा मुंह सीधा उनके लंड पर लगा जो पेंट में पहले से ही खड़ा था,
मेरे गिरते ही बॉस ने कार रोक दी, मुझे उठाते हुए बोले सीट बेल्ट अच्छे लगाओ,फिर मैंने ऐसे बहाना किया बॉस ये लग नही रही,अब वो मेरी सीट बेल्ट लगने की कोशिश करने लगे,
मैं बार बार अपने बूब्स को उनके हाथो पर मसलने लगे, फिर बॉस थोड़ा उठाकर हुक लगाने लगे अब मेरे बूब्स बॉस के मुंह के सामने थे, मैं थोड़ा आगे की ओर हुई तो दोनों बूब्स बॉस के चहरे पर लगने लगे,
बहुत शरीफ होने के बावजूद भी थे तो एक मर्द ही , बूब्स लगते ही बॉस ने मुझे किस्स करने शुरू कर दिया, और मैं तो बस इंतजार कर रही थी इस पल मैने भी उन्हे किस्स करना शुरू कर दिया,
वो मेरे बूब्स जोर जोर मसलने लगे, मुझे पगलो की तरह किस्स करने लगे मैंने भी अपनी चुचियों को बाहर निकाल दिया निप्पल को उनके मुंह में डाल कर सिसकारियां लेने इससे बॉस को और जोश आ गया, वो मेरे निप्पल को दांतो से कटने लगे,
सीट को पीछे कर के बॉस मेरे ऊपर चढ़ गए, खड़े लंड को मेरे चूत में डालने लगे, इतना मोटा लंड मेरी चूत में गया तो मेरी तो चीख निकल गई,बॉस ने मेरे लिप्स पर किस्स करने लगे ताकि में चिल्लाऊ नही, जबकि मुझे भी मज़ा आ रहा था, फिर कुछ देर बाद बोस का पानी निकल गया, उसके बाद बॉस ने मुझे घर छोड़ दिया…
Note: कहानी सत्या घटना है केवल नाम ओर स्थान बदले हुए हैं. desi adult stories