हेलो दोस्तों मेरा मोनू है और मैं उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूं,मेरे लंड का साइज 7 इंच ओर मोटाई 2.5 है एक बार जो मेरे लंड के नीचे आई वो कभी भूल ना पाई,
मुझे सिर्फ शादीशुदा औरते ही पसंद है क्यू कि वो बहुत सेक्सी होती है और बॉडी भी मस्त होती है, इस लिए मैं शुरू से शादीशुदा महिला को ही पसंद करता हूं,
आज मैं आप को मेरी सगी मामी की चुदाई की कहानी बताने जा रहा हूं, अक्सर मैं मामा के घर जाया करता था, जब मैं स्कूल जाता था, जब से कॉलेज जाने लगा मामा के घर नही गया था,
बात उन दिनों की है जब कॉलेज से मुझे दो हफ्तों के लिए निकाल दिया गया था क्यों की मेरा झगड़ा हो गया था,तो मेरे माता पिता ने मुझे झगड़े की वजह बता कर बोला यहां रहेगा तो यही सब करेगा इससे अच्छा तू कहीं और चला जा,
तकरीबन 4 सालो बाद मैं मामा के घर आया, मामा के घर आते ही मैंने सब को नमस्ते बोला मामी को देखते ही मैं हैरान हो गया, बड़ी बड़ी चूचियां उभरा हुआ बदन लम्बे बाल इतनी हॉट थीं,
मैं पैर छूने के लिए झुका तो मामी ने मुझे सीने से लगा लिया इतनी मस्त चूचियां का सपर्श पा कर मेरा लन्ड पेंट में अंगड़ाई लेने लगा, फिर मैंने खुद को संभाला और अंदर चला गया, मामी ने बोला हाथ मुंह धो लो और आराम कर लो,
शाम को सब लोगो ने मिल कर खाना और मेरी नज़र मामी से हटी नही रही थी, फिर रात को सोते समय मैं बस मामी के बूब्स के बारे में ही सोच रहा था, फिर मैंने खुद शान्त किया और सो गया,सुबह जब उठा तो देखा मामी एक नाइटी पहने हुए घर की सफाई कर रही थी,
मैं मन ही मन प्लैन करने लगा के मामी की चुदाई कैसे की जाए, मैं मामी के पास गया और उनकी चुचियों के देख कर बातें करने लगा,
मैं: मामी आज भी आप वैसी है जैसे बचपन में देखा था,
मामी: अच्छा कैसी थी, तेरे बचपन में?
मैं: बहुत खूबसूरत सुंदर जवान और सेक्सी!
मामी: क्यू सुबह सुबह झूठी तारीफ कर रहा है,
मैं: नही मामी सच में, मैं क्यू झूठ बोलूंगा
फिर मामी बोली अच्छा ये सब छोड़ अंदर चल नाश्ता कर ले, ये सभी बातें जब तक चल रही थी, मैं सिर्फ मामी के बूब्स को देख रहा था एक बार भी मामी ने अपने क्लीवेज को ढकने की कोशिश नही की, मैं समझ गया मामी के मन में भी कुछ है मेरे लिए,
कुछ देर बाद मामी सज सवर कर आई मैं तो देखता ही रह गया, नीली साड़ी खुले बाल उफ़ अब क्या ही बताऊं,मामी ने मुझे बुलाया चल मोनू मुझे थोड़ा बाजार ले चल कुछ सामान लेना है, मैं भी खाली था मैंने सोचा चलो इसी बहाने मामी से कुछ और बातें होंगी,
मैने भईया की बाइक पर मामी को बैठाया और चल पड़ा, बाजार जाने के दो रास्ते थे एक तो मैन सड़क से और दूसरा जंगल से हो कर जाता था,मामी ने मुझे जंगल वाले रास्ते से चलने को बोला जो एक कच्चा रास्ता था और आम के पेड़ो से भी,
रास्ता कच्चा होने की वजह से बाइक बार बार गढ़ों में जाती और मामी की चूचियां मेरे पीट पर लग रही थी, मेरा लंड पेंट में खड़ा हो गया था, फिर मामी ने अपने हाथ को मेरी जांघ पर दिया इससे मुझे और जोश आ गया, फिर मैंने बाइक रोका और सोचा आज मामी को अपने लंड के दर्शन कराने है,
मैं बोला मामी सुसु कर करना है, मैने ऐसी जगह देखी जहां पर छोटी छोटी झाड़ियां थी और एक मोटा पेड़ था, मैं पेड़ के पीछे गया और मामी की तरफ मुंह कर के लंड को निकाल कर सहलाने लगा, क्यू की मुझे पता था मामी ने मेरे लंड को खड़े हुए पेंट में देखा है और वो मेरे लंड को देखना चाहती है,
पहले तो मामी मेरी तरफ पीट कर के खड़ी थी, फिर मेरी तरफ घूम गई,मेरे सात इंच के लंड को देख कर मामी अपनी जुबान को होठों पर घुमाने लगी,ये देख कर मैंने अपनी पेंट नीचे उतार दी और अब लंड जोर जोर से सहलाने लगा,
मामी से अब बर्दास्त नही हुआ, वो मेरे पास आई और मेरे लंड को पकड़ के सहलाने लगी, मैंने ये तो सोचा नही था के मामी ऐसा करेगी,लेकिन मुझे तो मज़ा आ गया,मेरे लंड को सहलाते हुए मामी नीचे बैठ गई और बोलने लगीं मैं हूं ना मेरे राजा तू क्यों अपने हाथो को तकलीफ देता है,
फिर लंड को मुंह में डाल कर चूसने लगी ,मैने भी दोनो हाथो से मामी के सिर को पकड़ कर मुंह में लंड को डालने लगा,मामी बार बार मेरे लंड पर थूक कर उसे चाट रही थी, सूड सूड जैसे आवाज़ भी कर रही थी,मामी को मेरा लंड बहुत पसंद आ रहा था,
फिर मैने ब्लाउज़ के बटन को खोल दिया और एक बूब्स को झुक कर दबाने लगा, उसके निप्पल को अपनी उंगलियों से सहला रहा था, सच में मामी की चूचियां अभी भी बहुत कसी हुई है जैसे किसी 18 की लड़की की होती है,
फिर मैने मामी को जमीन पर लिटा दिया और उनके बूब्स को चूसने लगा, मामी ने अपने से हाथ मेरे लंड को पकड़ कर अपनी चूत में डाल कर चुदाई करने लगे, सब कुछ मामी खुद ही किए जा रही थी,
ये सब देख मुझे बहुत मज़ा आ रहा था, थोड़ी देर मैं झड़ गया, मामी बोली ये जगह ठीक नहीं है
मैं जल्दी से उठा और कपड़े पहने फिर घर चले गए..
अब आप भी हमें अपनी कहानी भेज सकते हैं आप को पहचान को गुप्त रखा जायेगा..
Note: कहानी सत्या घटना है केवल नाम ओर स्थान बदले हुए हैं…desi adult stories