चालू भाभी गांव की जमकर चुदाई indiasex stories

वो देखने में गज़ब की बला हैं,बड़ी बड़ी गांड उसकी, चूचियां भी बहुत बड़ी थी, मुझे उस समय बूब्स के साइज के बारे में कुछ नहीं पता था

हैलो दोस्तों मेरा नाम विजय हैं और मैं मेरठ का रहने वाला हूं,मेरे लन्ड का आकार 7 इंच का हैं,मुझे चुदाई की कहानियां बहुत पसन्द है, खासकर शादीशुदा भाभियों की चुदाई वाली ,

मेरी सब से पसंदीदा है,आज मैं अपनी एक कहानी बताना चाहता हूं जो कि मेरे जीवन के सब से सुनहरे पल है,मेरे घर के साथ एक परिवार रहता था, जिसमें भाभी जिसका नाम रूपा था,

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वो देखने में गज़ब की बला हैं,बड़ी बड़ी गांड उसकी, चूचियां भी बहुत बड़ी थी, मुझे उस समय बूब्स के साइज के बारे में कुछ नहीं पता था, क्यों कि ये कहानी आज से 15 साल पहले की है,

नीली आंखे गोरा रंग,बहुत सुन्दर थी, हमारे परिवार उनसे ज़्यादा बात नहीं करते थे क्यों कि कोई खानदानी प्रॉब्लम थी, खैर वो छोड़ो,अब लोग सिर्फ़ सेक्स स्टोरी पढ़ो,हमारे घर के कुछ दूरी पर,

खेत थे जहां धान के एकत्रित कर के रखते थे तो नवम्बर का महीना था भाभी हर रोज वहां धान की पिटाई करती थी, मैं आते जाते भाभी को देखता था,क्यों कि वो जब भी काम करती थी,

वो अपनी साड़ी को घुटनों तक ऊपर कर लेती थी,भाभी की चिकनी टांगे देख मैं हर रोज़ मुठ मारता था, मैंने कई बार देखा ज़्यादातर भाभी अकेले ही काम करती थी,मैंने ठान लिया कैसे भी कर के भाभी को पटाना हैं,

फिर मैं अगले दिन उसी रास्ते से जाते समय भाभी को देख रहा था,इस बार मैं थोड़ा सामने से देख रहा था, भाभी ने पिंक साड़ी पहनी हुई थी जिसमें से भाभी की जवानी उबाले मार रही थी,भाभी के बदन को ताड़ते हुए,

कब मेरा हाथ मेरे लन्ड पर गया मुझे पता ही नहीं चला, वहीं पर में लन्ड को सहलाने लगा,भाभी की जवानी का मज़ा लेते हुए मुझे भाभी ने देख लिया,मुझे पूछने लगी कौन है वहां,

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मैं घबरा गया और बोला भाभी मैं हूं,इतना बोल कर मैं भाभी के पास चला गया,मुझे देखकर भाभी बोली ओह तुम हो,यहां क्या कर रहे हो तुम्हें पता है न हमारे परिवार वालों के बीच झगड़ा हुआ है,

मैं: झगड़ा घरवालों के बीच हुआ है हमारे बीच नहीं,
भाभी:हां तुम ठीक कह रहे हों,लेकिन किसे ने देख लिया तो
मैं:फिर क्या हुआ भाभी हम बात ही तो कर रहे है थोड़ी प्यार कर रहे हैं,
भाभी: मुस्कुराते हुए हां बिलकुल सही कहा, तो अपनी गर्लफ्रेंड को मिलने जा रहे हो,
मैं: नहीं भाभी मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं हैं अभी तलाश जारी है,
भाभी:अच्छा मैं कैसे मानू के कोई नहीं है,
मैं:अब इस बात का सबूत कैसे दूं आप ही बता दो
भाभी: मुस्कुराने लगी, फिर बोली चलो ठीक है मान लेती हूं,

हमारे बीच ये सब बातें हुई,फिर कुछ देर बार मैं चला गया, जब तक हमारे बीच बाते हो रही थी तब तक भाभी में अपनी साड़ी नीचे नहीं की उनकी टांगे और बूब्स की दरार दिखाई दे रही थी,

फिर अगले दिन मैं उसी समय वहां से गुजर रहा था, मुझे पता था इस समय कोई भी नहीं रहता,आज भाभी ने प्लेन नीले रंग की साड़ी पहनी थी और आज तो शादी और ज़्यादा ऊपर थी, जांघों के बीच में,

मैं देख दंग रह गया,मेरा तो देखते ही खड़ा हो गया, मैं भाभी के पास जा कर बैठ गया,भाभी को देखने लगा, मैंने कहा भाभी आज तो आप बहुत सुन्दर लग रही हो,भाभी बोली अच्छा वो कैसे,

मैंने कहा भाभी आपको देख कर दिल के अरमान खड़े हो जाते है अगर आप मेरी गर्लफ्रेंड बन जाओ तो मज़ा ही आ जाए,भाभी बोली अरमान खड़े होते हैं या फिर समान खड़ा होता है,

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गर्लफ्रेंड बन गई दुकान खुली है खरीदारी शुरू करो,भाभी के इतना बोलते ही मैंने उनकी साड़ी में हाथ डाल दिया,भाभी ने लाल रंग की पैंटी पहन रखी थी,उनकी चूत को सहलाने लगा, फूली हुई चूत थी,

भाभी आह आह आह करने लगी और अपनी आंखों को बंद करने लगी, मैं भाभी के दोनों टांगो के ऊपर बैठ गया,उनके होठों चूमने लगा, भाभी की लिपस्टिक से खुशबू आ रही थी, उसकी खुशबू से में ओर उत्तेजित हो गया,

भाभी के ब्लाउज़ को खोलना शुरू किया,उनकी चूचियां एक झटके से बाहर आ गई,जैसे के कब इंतजार कर रही थी बाहर आने को, इतनी बड़ी बड़ी चूचियां और वो भी कसी हुईं,कामुकता को भड़काने लगी,

दोनो बूब्स को बारी बारी से चूसने लगा, निप्पल को जीभ से चाटने लगा,भाभी की सिसकारियां गहरी होने लगी,अहा… आहा…. हम्म्म…. फ़ूहह्ह्ह…

फिर मैंने उनकी पैंटी निकाली चिकनी चूत जिस पर एक भी बाल नही था,फिर मैंने भाभी की दोनों टांगो फैला दी और अपनी भी हम दोनो योनि की पोजिशन में आ गए,मेरी और भाभी दोनो की टांगे फैली हुई थी,

फिर मैंने लन्ड को चूत के मुहाने पर रख कर धक्का मारा,आप को बता दूं अब तक भाभी एक बार झड़ चुकी थी,मेरा लन्ड अन्दर जाते ही भाभी के। मुंह से निकला ओह माह मार डाला,फिर उनकी चुचियों को दबाने के बाद वो शान्त हुई,

फिर मैं लन्ड को अंदर बाहर करने लगा,मेरा लन्ड भाभी के अंदर पूरा जा रहा था, क्योंकि दोनों टांगो फैली हुई थी तो बिना किसी रुकावट के अन्दर जा रहा था,फिर थोड़ी देर बाद मैं झड़ गया,भाभी ने लन्ड को बाहर निकाल दिया,

सारा माल नीचे गिर गया,फिर सब साफ करने के बाद भाभी बोली बहुत दमदार चुदाई करते हो,मेरा सबसे अच्छा अनुभव तुम से मिला, मैं कुछ समझ नहीं पाया,फिर कुछ दिन बाद दोस्तों ने बताया,ये भाभी सब को देती हैं,किसी को मना नहीं करती,कहानी को अंत तक पढ़ने धन्यवाद…

Note: कहानी सत्या घटना है केवल स्थान और नाम बदले हुए हैं…indiasex stories

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