मेरा नाम अरुण हैं मैं दिल्ली का रहने वाला हूं मुझे शुरू से ही लड़कियों की छाती देखने में बहुत मज़ा आता था, तकरिबन 16 से मैं मुझे सब पता चल गया था चुदाई क्या होती कैसे होती वगैरा, एक बार तो मैंने ट्यूशन वाली लड़के के बूब्स प्रेस कर दिए थे वो अलग बात है बाद में मुझे मार पड़ी थी,
वो बहुत पुरानी बात थी, अब कहनी पर आते हैं मैं एक प्राइवेट कंपनी मैं जॉब करता हूं, मेरा बॉस जिसका नाम संजय हैं, उसकी एक लड़की जिसका नाम छाया था, बहुत हॉट थीं, मस्त फिगर 34 28 36 था,
वो कई बार बॉस से मिलने अपनी मां के साथ कंपनी में आया करती थीं, तबी से मैनें सोच लिया था जिस दिन मौका मिला इसको जरूर पेलूंगा, वो हमेशा टाइट जीन्स ओर टीशर्ट पहनती थी, चलते समय उसके दोनों चूचियां हिलती थी,
सुबह जिम जाने के बाद ऑफिस जाता था, हर दिन यही काम था एक की दिन बात बहुत जोरो की बारिश हो रही थी तो मैंने सोचा जिम शाम को चला जाऊंगा, ( ऑफिस टाइम 10 से 5 था ) ऑफिस के बाद में जिम चला थोड़ी देर बाद वहा छाया आई, मेरी खुशी का ठिकाना नही रहा,
मैं बिना डरे उसके पास गया वो ओर बोला आप को कहीं देखा है पहले तो वो घबरा गाई, फिर पूछने लगी कहा देखा हैं? मैंने बोला याद आया आप तो संजय सर की बेटी हैं, तो वो थोड़ा रिलेक्स हुई और बोली हां वो मेरे डैड है,
फिर अजीब नजर से देखने लगी जैसे मालिक नौकर को देखता हैं, मुझे बहुत बुरा लगा फिर मैं वहां से चला गया, कुछ जान पहचान वालो से पता चला वो हर शाम को जिम अति थी, मैंने भी अपना टाइम बदल कर शाम को जिम जाने लगा, कुछ नए और महंगे कपड़े भी लिए, ताकि उसे इंप्रेस कर सकी,
हर शाम वो मुझे देखती और फिर इग्नोर कर देती, कुछ दिन बाद वो हल्की स्माइल देने लगी, उसने नोटिस कर लिया के अब हर शाम मैं जिम में ही होता हूं,
कुछ दिन बात वो सहेली के साथ कुछ बातें कर रही मैं सुनने के लिए उनके दूसरी तरफ खड़ा हो कर सुनने लगा, छाया बोली यार सुनील को मैने छोड़ दिया , उसकी सहेली पूछने लगीं क्यों,? तो वो क्योंकि मैंने कई बार उसको बोला चूत चाटने के लिए मानता ही नही, फिर मुझे गुस्सा आ गया ओर छोड़ दिया, लेकीन अब रात को उंगली करनी पड़ती हैं,
ये सब सुनकर मुझे पता चल गया ये तो चुदाई की दीवानी हैं आसानी से पट जाएगी, फिर कुछ दिन बाद बॉस की शादी की साल गिरा थी, उसकी पार्टी में कंपनी के सभी लोगो को बुलाया गया, पार्टी एक प्लेस में थी, वहा का स्टाफ मुझे अच्छी तरह जानता था क्यों की मैनेजर मेरा दोस्त था,
पार्टी रात 8 बजे की थी, मैं पहले ही पहुंच गया था, बाकी लोग भी धीरे धीरे आ रहे थे, फिर बॉस और उनको पत्नी दोनो आए, पार्टी शुरू हो गई, मैं छाया को ढूंढ रहा था, देखा तो उसने ब्लैक साड़ी पहनी हुई थी, क्या मस्त लग रही थी ,
सड़ी में गांड ओर बड़ी लग रही थी, मैंने देखते ही सिर हिला कर नमस्ते बोला , उसने भी उसी तरह जवाब दिया, मैं पूरी पार्टी में उसी को देख रहा था, उसने भी मुझे नोटिस किया के मैं बस उसे ही देख रहा हूं , फ़िर उसने मुझे इशारा किया ओर जाने लगे मैं उसके पीछे पीछे जा रहा था,
वो शायद बाथरूम की ओर जा रही थी, मैं पास गया तो बोली जो तुम कर रहे हो ठीक नही है अगर मैंने डैड को बताया तो तुम्हारी जॉब चली जाएगी, मैंने सोचा अगर इसको बताना होता तो मुझे क्यों बोलती, फ़िर मैंने जवाब दिया ठीक है मैम आगे से ऐसा नही होगा,
इतना सुनकर वो टॉयलेट जाने लगी मैं भी उसके साथ अंदर घुस गया ओर दरवाजा अंदर से बंद कर दिया, बाहर डीजे चल रहा था और बाथरूम भी थोड़ा दूर ही था, तो मुझे कोई दर नही था, मैने पूछा अब बोलो क्या बोल रही थी, वो कुछ बोले उसे पहले मैंने किस्स करना शुरु कर दिया, पहले तो वो बचने की कोशिश कर रही थी,
लेकीन फिर मेरा साथ देने लगी, किस्स करते हुए मैने उसकी साड़ी कर पल्लू नीचे कर दिया, उसकी दोनों चूचियां बिलकुल सीधे खड़े थे,एक साथ बूब्स को मसलने लगा दूसरे हाथ से उसकी गांड को दबा रहा था, मैनें उसे वेस्टन टॉयलेट सीट पर बैठा दिया, ब्लाउज खोला और दोनो बूब्स को अच्छे से चाटना शुरू किया, वो आ ऊं करने लगी,
फिर मैंने उसका पेटीकोट उतार दिया अब वो सिर्फ पेंटी में बैठी हुई थी,उसके पुरे जिस्म पर किस्स किया वो बहुत गरम हो गईं थी, बार बार अपनी जुबान को होठों पर घुमा रही थीं, फिर मैने पेंटी भी उतार दी, उसकी दोनों टांगो के बीच बैठ कर चूत को चाटने लगा वो तो मानो इसी का इंतजार कर रही थी, मेरे बालों को सहलाने लगी साथ में बोलती रही रुकना मत करते रहें,
मुझे भी जोश आ गया उसकी चूत को अपनी जुबान से नापने लगा , उसकी चूत की ज़ुबान को बार बार अपनी जीभ से टकराहा था, वो भी अपनी बॉडी को मेरी तरफ किए जा रही थी, फिर मैंने उसे उठाया और उसकी जगह पर मैं बैठ गया, मेरे खड़े लंड पर उसको बेटा कर उसकी चूत में अपना पूरा लंड डाल दिया और झटके मरना शुरु किया तो वो ऊं आ आ ऊंह ऊं करने लगे,
फिर मेरा माल निकल गया, उसने कपडे पहने और जाते समय मेरे होठों को किस्स करते हुए बोली थैंक्यू ओर बाहर चली गई…
Note: कहानी सत्या घटना है केवल स्थान और नाम बदले हुए हैं…indiasex stories