ये कहानी मेरी जिंदगी की आप बीती है मैं रवि गुरुग्राम का रहने वाला हूं
नाम:रवि
उम्र: 21 साल
लिंग: 7 इंच
मेरे पिता जी और मेरे चाचा जी एक साथ में रहते घर की दीवार एक ही है मेरे चाचा बहुत young है उनकी भी उम्र मेरे जितनी थी बस एक दो साल का अंतर होगा
चाचा की नई नई शादी हुई थी , उन दिनों मैं college के आखिरी साल में था , मैं अपनी चाची की भी बहुत इज्ज़त करता था,
मैं थोड़ा अपने घर के बारे में बता देता हूं हमारे घर का bathroom छत्त के ऊपर था तो सभी लोग नहाने धोने छत्त पर जाया करते थे..
मेरी चाची बहुत hot थी मैने कभी भी उनको गलत नजरों से नही देखता था लेकिन एक घटना ने मेरी सोच बदल कर रख दी..
नाम: मीना
उम्र:23
फिगर: 34,30,34
वो घटना ऐसी थी के शादी के कुछ दिन बाद चाची छत्त पर नहाने के लिए गई हुई थी और मैं नीचे था सुबह का समय था कुछ लोग अभी सोए हुए थे मुझे college जाना होता था इस लिए थोड़ा जल्दी उठता था, मैं देखा चाची को बहुत देर हो गई अब आने वाली है तो मैं भी अपने कपड़े ब्रश वगेरा लेकर ऊपर जाने लगा ऊपर गया तो चाची बाथरूम से बाहर आ रही थी ,
क्या लग रही थी सिर्फ एक नाइटी जिसमे zip लगी हुई थीं जिसे अगर खोला जाए तो चाची की नाभी तक देखने लगे ऐसी नाइटी थी,
बाहर आते समय चाची के एक हाथ में कपड़े तो दूसरे हाथ में बाल्टी थी, पता नही कैसी चाची का पैर फिसल गया और चाची ज़मीन पर गिर गई ओर उनकी नाइटी उनके टांगों के ऊपर तक सरक गई एक बार तो मैं देखता ही रह गया मुझे कुछ सूझा ही नही, चाची की गोरी गोरी टांगे उनकी चूत बिना बालों के मेरे दिल की धड़कने तेज हो गई,
इतने में चाची ने मुझे मदद के लिए पुकारा तो मैं होश में आया मैं चाची की तरफ भागा और उन्हें उठाने लगा मैने उनके बाजू को पकड़ा ताकि उन्हे उठा सकूं लेकिन न जाने कैसे उनकी नाइटी का zip आधा खुल गया ओर उनकी दाई चूची बाहर आ गई और मेरी आंखे मानो उसी पर चिपक गई हो,
गुलाबी निपल उसकी ग्लोई सब देख रहा था चाची गुस्से में बोली कमीने “उठा मुझे बेश्रामो की तरह देख रहा है” मैं हड़बड़ा गया ओर चाची को जो मैंने संभाला हुआ था हड़बड़ी में बैलेंस बिगड़ गया ओर चाची गिरने लगी मैने चाची को थामने की कोशिश लेकिन जो Zip खुली थी वही मेरे हाथ में आई ओर चाची नीचे गिर गई अब चाची की दोनो चूचियां दिखने लगी ” ओ हो क्या साइज़ क्या बूब्स थे “
मेरी हवस भरी नज़र चाची ने भी नोटिस कर ली ओर फिर चाचा जल्दी से उठी मुझे गुस्से में देखते हुए कुछ बोली नही लेकिन नीचे चली गई में जल्दी से Bathroom में गया ओर खुद शांत किया …
फिर में College चला गया शाम को घर आने के बाद मैं चाची से नज़र नही मिला रहा था, रात को हमारा पूरा परिवार एक साथ खाना खाते है खाना खाते समय चाची खाना परोस रही थी ओर मुझे भी पूछती ओर कुछ चाहिए मैने बोला नही, मैं हैरान था थोड़ा परेशान भी सुबह की बात को लेकर चाची को कोई भी चिंता नही है क्या मैं खुद से सवाल पूछने लगा,
अगले दिन रविवार था ओर मैं घर पर था , मैं दोपहर को सो कर उठा तो देखा घर पर कोई नही था मेरी मम्मी पड़ोस में गई हुई थी मैं आवाज़ लगा था तभी चाची की आवाज आई वो पड़ोस में गई हैं मैं चुपचाप उठा कर फ्रेश होने चला गया, वापिस आया तो देखा चाची ने चाय ओर नाश्ता लेकर आई मैं कुछ भी नही बोला बस चुपचाप नाश्ता करने लगा तभी चाची ने मुझे बुलाया , मैंने सोचा शायद आज चाची उसी बात को लेकर फिर मुझे सुनाएगी,
मैं नाश्ता खतम करने के बाद चाची के कमरे मे गया, चाची ने नाइटी ही पहनी थी मुझे देख कर गुस्से में बोली ज़रा देखना ये पंखा नही चल रहा… बिना कुछ सोचे मैं टेबल लेकर आया ओर पंखे को चेक करने लगा चाची नीचे ही खड़ी थी, मुझे कुछ समझ नही आया मैंने बोला इस मे तो सब ठीक लग रहा है मैंने जैसे ही नीचे देखा तो चाची अपने दोनो चूचियां बाहर निकाल कर खड़ी थी मानो मेरा ही इंतज़ार कर रही हो, मैं घबरा गया ओर बोला चाची आप यह क्या कर रही हो अपनी आंखे चुराते हुऐ तो चाची बोली क्यों अब क्या हुआ उस दिन तो बहुत अच्छे देख रहा था आज क्या हुआ ,
मैंने बोला सोरी चाची गलती हो गई बोलती वो सब मुझे नही पता बोलते हुए मुझे अपनी तरफ खींच लिया और मुझे किस्स करने लगी फिर मुझे भी जोश आ गया मैंने भी चाची को जकड़ लिया और चूमने लगा दोनो बूब्स को मसलने लगा बहुत बड़े थे हाथ में नही आ रहे थे मैंने फिर चाची को बेड पर लिटाया ओर उनकी दोनो टांगो को चूमने लगा तो चाची बोली में चूत को चाटो मैंने बोला नही ये सब मैं नही करूंगा तो चाची गुस्सा होने लगी,
अगर मेरी बात नही मानी तो सब को बता दूंगी फिर मैं डर गया ओर बोला ठीक फिर मैने चूत को चाटना शुरू किया उसका स्वाद नमकीन था फिर मुझे भी मज़ा आने लगा मैंने अच्छे तरीके से चाटना शुरू किया तो चाचा सिसकारियां भरने लगी चाची को भी मज़ा आने लगा फिर मैने चाची के
दोनो बूब्स को चूसने लगा चाची बहुत ही गर्म हो गई ओर बोली बस अब लंड को मेरी चूत में डाल दो फिर मैने दोनो टांगो को अपने कंधे पर रखा ओर अच्छे से चोदना शुरू किया ,
चाची हां हां ऊं ऊंह करने लगी फिर मैने बोला अब पीछे से चाची नीचे झुक कर खड़ी हुई और में बेड के ऊपर से पेलना शुरू किया चाची जोर जोर से ऊं ऊंह हा हां करने लगी, फिर मैं मेरा निकलने वाला था तो मैंने चाची की गान्ड पर अपना मॉल गिरा दिया ..
Note: कहानी सत्या घटना है केवल स्थान और नाम बदले हुए हैं…indiasex stories