हेलो दोस्तों मेरा नाम आकाश है और मैं उत्तर प्रदेश के गांव का रहने वाला हूं,मेरे लंड का साइज 8 इंच और 3 इंच मोटा है, शुरु से ही मैं लड़कियों की चुचियों को देख कर मुठ मारा करता था, इस लिए मेरा लंड इतना मोटा हो गया,
शादीशुदा महिला और भाभियों को कई बार चोदा है, लेकीन कभी कुंवारी लड़की नही ली,अब सीधा कहानी पर आते हैं, बात उन दिनों की है जब 18 साल का था,
मेरे बड़े भाई ने मुझे नई साइकिल दिलाई थी, ताकि मैं घर के काम कर सकू और अगर कोई घर सामान लेना है तो वो भी ला सकूं, मेरे भईया शहर में काम करते है और घर पर कभी कभार आते है,
बात उन दिनों की है जब मेरी भाभी पेट से थी, और उनका आठवां महीना चल रहा था, उनकी देखभाल करने के लिए उनकी छोटी बहन आई हुई थी, जिसका नाम कमला था, देखने में तो ठीक ठाक थी, लेकिन बॉडी मस्त थी,
पतली कमर बड़ी बड़ी चूचियां उभरी हुई गांड बहुत कामुक बदन था, जब से आई थी मुझे हर रोज़ मुठ मार कर सोना पड़ता था, क्यू की उसे कई बार अपनी साइकिल पर बैठा कर बाज़ार ले कर जाता था,
जिस कारण कई बार उसकी चूचियों सहलाया था गलती से भी ओर जान बूझकर कर भी, कमला कुछ नही बोलती थी शायद वो भी मज़े ले रही थी,फिर कुछ दिन ऐसे ही बीत गए,
एक दिन मैं अपने दोस्तों के साथ गांवों के जंगल में गया हुआ था शाम को जब घर आया तो मेरी मां मुझे डांटते हुए बोलने लगी के कहा गया हुआ था सुबह से कमला को साइकिल चलानी नही अति तो समान कोन ले कर आता वगैरा वगैरा,
फिर मैंने बोला ठीक है कल से कमला को साइकिल भी सीखा दूंगा फ्री टाइम में, सुबह होते ही मैंने कमला को बोला अगर कोई काम ना हो तो तुम्हे साइकिल सिखा देता हूं, कमला मुस्कुराई और मेरे साथ चल पड़ी, हमारे घर के बगल में घना जंगल था जहां पर एक कच्चा रास्ता जाता था वहां से बहुत कम लोग ही जाते थे,
ज्यादातर लोग मैन रोड से जाया करते थे फिर मैने कमला को साइकिल पर बैठा दिया और पीछे से पकड़ कर बोला पैंडल मारो और चलने की कोशिश करो, मैने कमला को इस तरह से पकड़ा हुआ था के अगर वो साइकिल से नीचे उतरे तो उसके बूब्स मेरे सीधा मुंह से टकरा जाए,
हुआ भी वैसा जैसा मैंने सोचा था वो बार बार नीचे उतर रही थी और उसके बूब्स मेरे चेहरे से टकरा रहें थे, नीचे से जब ऊपर चढ़ती मैं उसकी गांड पर हाथ फेर देता,
ये सब चल रहा था फिर मैं कमला को एक झोपड़ी की तरफ ले गया, जो को टूटी हुई थी सिर्फ उसकी दीवारे खड़ी थी,वही पर मैंने साइकिल को छोड़ दिया और कमला के साथ साथ मैं भी गिर गया,
मैं कुछ इस तरह गिरा के मेरा हाथ कमला के चुचियों पर लगे और साइकिल दूसरी तरफ,गिरते ही मैने अपने हाथ को कमला की चुचियों पर रखा और दबाने लगा,वो उठने की कोशिश कर रही थी लेकिन मैंने हाथो से नीचे की और दबा रखा था,
मैंने अपने हाथ को उसकी सलवार में डाल दिया और चूत को मसलने ताकि वो गरम हो जाए इतने में वो गर्म हो चुकी थी, मैंने बूब्स को भी दबाना जारी रखा अब वो ह हां ह करने करने लगी,
मैने उससे इशारे से झोपड़ी में चलने को बोला वो चुपचाप मेरे कहने पर अंदर आ गई, मैंने उसके सूट को उतरा तो उसके इतने बड़े बड़े चूचियों को देख कर पागल हो गया, मैने झट से बूब्स को मुंह में डाल लिया और चूसने लगा, वो सिसकारियां लेने लगी, अह्न हां ऊं हां ऊं
फिर मैंने उसे उल्टा घुमा दिया और झुकने के लिए बोला वो घोड़ी जैसे झुक गई और मैंने अपने को उसकी चूत में पीछे से दाखिल किया, इतना मोटा लंड जाते ही वो चिला उठी उई मां मर गईं हए दईया इतना बड़ा लंड मैने कहा चुप हो जाता जानू,
फिर लंड को अंदर बाहर करने लगा और अब वो भी चुपचाप मजे लेने लगी, अब बस पच पच ठक टक की आवाजें गूंजने लगी,उसके दोनो कुल्हों को पकड़ कर लंड को अंदर बाहर कर रहा था, चूत बहुत कसी हुई थी,कमला ने आज पहली बार चुदाई कराई है,
फिर मैने कमला को बोला लंड को मुंह में डालने के लिए पहले तो मना करने लगी फिर मैने जोर दिया तो उसने मुंह में ले लिया और चूसने लगी, वो खौ खौ कर रही थी, फिर मेरा झड़ गया लेकिन उसके मुंह में नही हमने कपड़े पहने और घर चले गए..
अब आप भी हमें अपनी कहानी भेज सकते हैं आप को पहचान को गुप्त रखा जायेगा..
Note: कहानी सत्या घटना है केवल नाम ओर स्थान बदले हुए हैं…desi adult stories