भाभी की चुदाई बाग में desi adult stories

ज्योति बोली अच्छा तो हर दिन इस लिए मेरे आस पास रहते हो रास्ता दिखाने के लिए, मैंने कहा हां भाभी कुछ ऐसा ही समझ लो,

नमस्कार सभी पाठकों को, मैं हीरा सिंह कानपुर से,मेरे लिंग का आकार सामान्य से ज्यादा है,एक बार किसी के अंदर गया तो कोई भी इस की मार भूल नहीं सकता, मैं देखने में हैंडसम हूं,

मैं भी सभी की तरह fantasystories का दीवाना हूं, देसी भाभियों की चुदाई की कहानी मुझे बहुत पसंद है, मैं हमेशा शादीशुदा औरतों की कहानी पढ़ना पसंद करता हूं,फिर मैने सोचा मेरी खुद की कहानी आप सब के साथ साझा करता हूं,

ये घटना आज से दस साल पहले की मेरे गांव की है,मेरे गांव में संतरे का भाग था तो हर साल उसमें बहुत संतरे लगते थे, जिनको निकालने के लिए 20–25 लोग काम करते थे,

आप सभी मेरी कहानी Fantasystories.in पर पढ़ रहे हैं, यहां पर आप को रिश्तों में चुदाई, दोस्त की हॉट मॉम की चुदाई,मेरी हॉट चाची,लेस्बियन सेक्स स्टोरी, देसी गांव की सेक्स स्टोरी, थ्रीसम सेक्स स्टोरी,मिलफ मॉम स्टेप मॉम सेक्स स्टोरी पढ़ सकते है,

जिनमें ज़्यादा तर औरतें और लड़कियां हुआ करती थी, उन्हीं में से एक शादीशुदा औरत थी,जिसका नाम ज्योति था, ज्योति की उम्र 32 से 34 वर्ष थी,लेकिन देखने में 22 वर्ष की लगती थी, पतली कमर चूचियां बड़ी बड़ी और गांड उभरी हुई,

शरीर तो कामुकता से भरा हुआ था और आंखे भी नशीले थी, जब से मैंने ज्योति को देखा था हर रोज़ मैं उसके नाम की मुठ मारता था,उसको देखते ही मेरा लन्ड खड़ा हो जाता था,वो हर समय साड़ी पहनती थी वो भी नाभि के नीचे,

मैं हमेशा उसके आस पास रहने की कोशिश करता था,जहां पर भी होती मैं किसी न किसी बहाने से उस तरफ चला जाता था,फिर एक दिन वो बाग के बहुत अंदर चली गई बाकी औरतों से थोड़ा दूर हो गईं,

मैं पीछे पीछे गया भाभी ने मुझे देखा और मुस्कुराई और बोली क्यों तुम्हारे पिता जी ने मेरी हो निगरानी के लिए तुम्हें भेजा है या सब की, मैंने कहा मुझे किसी ने नहीं भेजा मैं खुद ही आ गया के आप कहीं रास्ता न भूल जाओ,

ज्योति बोली अच्छा तो हर दिन इस लिए मेरे आस पास रहते हो रास्ता दिखाने के लिए, मैंने कहा हां भाभी कुछ ऐसा ही समझ लो,आप इतनी खूबसूरत हो के मैं आप की तरफ खींचा चला आता हूं,

फिर हम दोनो हसने लगें,फिर मेरी हिम्मत थोड़ी बढ़ गई, मैंने कहा भाभी भईया बहुत किस्मत वाले हैं जो आप उनको मिली,भाभी शर्मा गई और बोली हमारी बात करो भईया की छोड़ो,

आप सभी मेरी कहानी Fantasystories.in पर पढ़ रहे हैं, यहां पर आप को रिश्तों में चुदाई, दोस्त की हॉट मॉम की चुदाई,मेरी हॉट चाची,लेस्बियन सेक्स स्टोरी, देसी गांव की सेक्स स्टोरी, थ्रीसम सेक्स स्टोरी,मिलफ मॉम स्टेप मॉम सेक्स स्टोरी पढ़ सकते है,

मैने कहा ठीक है फिर एक बात बोलूं अगर गुस्सा न करो तो,भाभी बोली हां बोलो फिर मैंने कहा आप मुझे बहुत अच्छी लगती हो,दिल करता हैं तुम्हे बहुत सारा प्यार करूं,आस पास कोई दिखाई नहीं दे रहा था हम बात करते करते बहुत अंदर तक आ गए थे,

मैंने मौका देख कर भाभी को अपनी बाहों में भर लिया और उनके होठों को चूमने लगा,भाभी ने विरोध नही किया,वो भी जानती थी के मुझे क्या चाहिए और उनको क्या चाहिए,फिर भाभी ने भी मुझे चूमना शुरू कर दिया,

चुम्मन क्रिया को जारी रखते हुए मैंने भाभी के ब्लाउज़ को खोलना शुरू कर दिया,भले ही भाभी की कमर पतली थी लेकिन चूचियां बहुत बड़ी थी, मेरे एक हाथ में पूरी नहीं आ रही थी,दोनो बूब्स पर मैं हाथ फेरने लगा,

फिर हाथ को चूत की तरफ ले गया, साड़ी के अंदर हाथ डाल कर चूत की दरारों को सहलाने लगा,अब भाभी भी पूरी तरफ गर्म हो गई थी, वो मेरे लन्ड को सहलाने लगी,फिर हम दोनो बैठ गए,

मैं भाभी के बूब्स को चूसने लगा,भाभी अहा अहा ऊंह हम्म्म करने लगी, फिर मैंने भाभी की पेंटी उतारी और फिर साड़ी ऊपर करने के बाद अपने लन्ड को भाभी की चूत में दाखिल किया,

चूत में जाते ही भाभी चलाएं अहान ऊंह इतना मोटा उम्म चोद डालो मुझे अहान उहुं चोद मुझे,भाभी ये सब बोल रही थी,मुझे भी जोश आ गया, मैं तेज़ी के साथ लन्ड अन्दर बाहर करने लगा,

चुदाई करते हुए मैं भाभी के बूब्स दबा रहा था, चट पाचक की आवाज़ें पूरे बगीचे में गूंज रही थी,फिर थोड़ी देर के बाद मेरा माल निकल गया, सारा माल भाभी की चूत में ही गिरा दिया

Note: कहानी सत्या घटना है केवल नाम ओर स्थान बदले हुए हैं…desi adult stories

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *