मेरा नाम मोहन है और मैं बरेली का रहने वाला हूं,
मेरा लंड 7 इंच का है !
आज मैं आप को अपनी बुआ के साथ हुई चुदाई की कहानी बताने जा रहा हूं,
मेरी बुआ जिनका उनके पति के साथ झगड़ा होने के कारण हमारे घर रहने आई थी, मैने बुआ को कभी भी चोदने को नही सोचा था, बुआ का फिगर बहुत मस्त है,
हमारा घर बहुत बड़ा है, तो सभी लोग अपने अपने कमरे में रहते हैं, मेरे कमरे का दरवाजा बाथरूम के सामने ही है,
बुआ जब से आई है हर सुबह वो नहाने के बाद सिर्फ नाइटी में रहती थी फिर कुछ समय बाद ही ब्रा पेंटी पहनती थी, अब रोज़ रोज़ बुआ को ऐसे देख कर मेरे मन में उन्हे चोदने का खयाल आने लगा,
अब तो मैं बस उन्हे छूने के बहाने ढूंढने लगा, कभी कीचन में उनकी गांड को छू कर मज़े लेता, तो कभी उनके बूब्स को उंगलियों से दबा देता,
बुआ भी मुझे नोटिस कर रही थी, एक दिन तो पड़ोसी के बच्चे को बुआ लेकर बैठी थी, मैं बच्चे को लेने के लिए हाथ बढ़ाता और पीछे खीच लेता, ऐसा करने से बुआ के बूब्स बार बार दबा रहा था,
बुआ को गुस्सा आया और बच्चे को वापिस दे कर घर आ गई, फिर अगले दिन दोपहर के समय घर में कोई नही था, मैं बाहर से आया
बुआ , मुझ से ये सब क्या चल रहा है?
मैं, क्या हुआ
बुआ, कुछ दिनो से तुम्हारी हरकते मुझे पसंद नही आ रही
मैं, मैंने क्या किया आप कुछ बताईए तो?
बुआ, मुझे गलत तरीके से छुते हो,
मैं, गलती से हो गया होगा, सोरी बोल कर चला गया के बात ज़्यादा न बिगड़े कही पापा को न पता चल जाए,
अब तो मैने ठान लिया के इस रण्डी को अपना लंड नही चटाया तब तक मुझे चैन नही मिलेगा, अगले दिन मेरे पापा और मां को बुआ के घर जाना था झकड़ा खतम करने लिए,
सुबह दोनो चले गए, मैं बाहर गया और Coldrink में सेक्स की दवाई मिला कर ले आया, फिर बुआ को बोला मुझे माफ कर दीजिए, अगर आप ने मुझे माफ कर दिया है तो मेरे साथ Coldrink पी लीजिए मैं पहले ही गिलास में भर लाया था,
बुआ मुस्कुराई ओर कोई बात नही बोल कर गिलास ले कर पीने लगी, मैं भी उनके सामने बैठ गया ओर इंजार करने लगा दवाई के असर का, बुआ को बेचैनी होने लगी और बार बार अपने सीने के ऊपर हाथ फेरने लगी
बुआ, लगता है आज गर्मी बहुत हैं
मैं, Ac तो चल रहा हैं गर्मी कहा है
बुआ, मैं बोल रही हूं गर्मी है इतना बोल कर अपना पल्लू सीने हटा दिया, मैं उनके बूब्स के देखने लगा, फिर बुआ बोलने लगी रमेश ये उम्र ही ऐसी है कुछ समझ नही होती, मैं तुझ से गुस्सा नही हूं आ मेरे पास आजा,
मैं उनके पास बैठ गया, बुआ, जरा देख कही मुझे बुखार तो नही है इतना बोल कर मेरा हाथ अपने बूब्स पर रख लिया, मैने भी कहा रुको बुआ ब्लाउस के ऊपर से नही पता चल रहा हाथ अंदर डाल दिया,
अब बुआ पूरी तरह गरम हो चुकी थी, उनके बूब्स के निप्पल को उनकोलियो से मसलने लगा, बुआ ने ब्लाउज खोलते हुए बोला मेरे निप्पल बहुत सख्त हो गए हैं जरा मुंह में डाल कर नरम कर दे,
मैनें उनके बूब्स को चुसने लगा, दूसरे को मसलने रहा था,बुआ ने सभी कपड़े उतार दिए,अब वो मेरे सामने बिना कपड़े के थी, सेक्स बॉडी,गोल उभरी हुई गांड क्या मस्त थी, ये सभी देख कर मैंने बुआ को लिटा कर उनके पूरे शरीर पर किस्स,
फिर मैंने भी कपड़े उतार दिए, अब अपना खड़ा लंड बुआ के चहरे पर फेरने लगा, पहले आंखों पर फिर गालों पर, फिर उनके मुंह में डाल कर चुसवाने लगा, बुआ ने भी मेरे लंड को कुल्फी जैसे अच्छी तरीके से चाटा,
फिर मैंने बुआ को सोफे पर बैठा कर दोनो टांगो को 180⁰ के एंगल पर रख अपना लंड उनकी चूत में डालना शुरू किया, बुआ चिलाने लगी, आहा ऊं ऊं ऊंह आहा,फिर मैं बुआ को अपने ऊपर बैठा कर चोदने लगा,
करीब आधे घंटे चुदाई करने के बाद मेरा माल निकल गया…
Note: कहानी सत्या घटना है केवल नाम ओर स्थान बदले हुए हैं…desi adult stories