मैं बिना कुछ पहने सिर्फ एक लॉन्ग टीशर्ट में किचेन में गई,राजीव पहले से ही किचेन में खड़ा था और उसका लन्ड भी खड़ा था,मुझे देख कर राजीव ने मुझे
जब मैं अकेली रहती तो ऐसे कपड़े पहनती के मेरे बदन का हर हिस्सा साफ दिखाई दे,मेरी मां हर दिन राजीव से थोड़ा देरी से आती थी
फिर अगले दिन मैं ऑफ आया सब को हैलो करने के बाद केबिन में बैठ गया तभी मुझे रीमा ने अपने केबिन में बुलाया, मैंने सोचा इतनी सुबह ये ऑफिस भी आ गई
उभरा हुआ बदन किसी को भी गर्म करने के लिए काफी था,वो हर रोज़ बाल्कनी में ही रहती थी,मेरा भी ध्यान अब भाभी के बदन के ऊपर जाने लगा
मैंने कहा हां मगर आज ही मैंने नोटिस किया के आप बहुत खूबसूरत और सेक्सी भी हो, मौसी मुस्कुराने लगी,फिर अचानक से बहुत तेज़ बारिश...
मैं जॉब की तैयारी कर रहा था तो एक रूम कराए पर ले रखा था,उस घर में तीन लोग रहते थे मकान का मालिक उसकी पत्नी और उसकी मां
तो हुआ यूं के हम सब मस्त खा पी कर सोने वाले थे नगर मुझे नींद नहीं आ रही थी तो मैं अपने दोस्तों को बोला थोड़ा टेहल कर आते है
पिछले भाग में आप ने पढ़ा कैसे खान बाबा मेरे घर आए और कोई न होने के कारण खान बाबा मेरे बूब्स को दबाने में व्यस्त हो गए थे,अब आगे जैसे ही मेरे अब्बू घर आए
बात उन दिनों की है जब मैं स्कूल से पास हो कर कॉलेज चला गया था, मैं हमेशा घर वालो से फोन पर ही बात कर लेता था,कई सालो से मैं घर नही आया था.
बात उन दिनों की है जब मैं स्कूल से पास हो कर कॉलेज चला गया था, मैं हमेशा घर वालो से फोन पर ही बात कर लेता था,कई सालो से मैं घर नही आया था.