बूब्स इतने बड़े थे के अभी ब्लाउज़ से बाहर आ जाएंगे,उसकी उम्र 32–34 के बीच रही होगी,फिर मैंने बोला आप को ड्रॉप कर दूंगा जहां भी जाना हैं वो मुस्कुराई और सामान को रख कर बैठ गई
फिर अगले दिन मैं ऑफ आया सब को हैलो करने के बाद केबिन में बैठ गया तभी मुझे रीमा ने अपने केबिन में बुलाया, मैंने सोचा इतनी सुबह ये ऑफिस भी आ गई
भाभी हमेशा साड़ी पहनती है वो भी नाभि के नीचे बहुत सेक्सी लगती है,जब मैने नगमा के बारे में बताया तो बोली हो सकता है उसकी लाइफ में कोई और होगा
उभरा हुआ बदन किसी को भी गर्म करने के लिए काफी था,वो हर रोज़ बाल्कनी में ही रहती थी,मेरा भी ध्यान अब भाभी के बदन के ऊपर जाने लगा
बैंक में एक लड़की थी जिसका नाम प्रिया था, वो मेरे पापा की सेक्रेटरी थी,बात ऐसी थी के कई दिनों से में नोटिस कर रहा था मेरे पापा रात को लेट आते थे
नमस्कार दोस्तों मेरा नाम संजीव (बदला हुआ नाम) हैं, मैं दिल्ली का (बदला हुआ स्थान) रहने वाला हूं,मेरे लिंग का आकार 6 इंच लंबाई और 3 इंच मोटाई है
बात उन दिनों की है जब मैं स्कूल से पास हो कर कॉलेज चला गया था, मैं हमेशा घर वालो से फोन पर ही बात कर लेता था,कई सालो से मैं घर नही आया था.
बात उन दिनों की है जब मैं स्कूल से पास हो कर कॉलेज चला गया था, मैं हमेशा घर वालो से फोन पर ही बात कर लेता था,कई सालो से मैं घर नही आया था.
मैं पेशे से व्यापारी हूं,जिस कारण देश में हर जगह जाता रहता हूं, जैसे की आप ने पीछे भाग में पढ़ा के कैसे मैं चमेली को दूसरे रास्ते से ले..
हेलो दोस्तों मैं फिर से हाज़िर हूं आप सभी पाठकों के लिए अपनी कहानी का भाग –2 लेकर, लेकिन थोड़ा अपना परिचय दे देता हूं, मेरा नाम विकास है