हेलो दोस्तो मेरा नाम दिलीप है और मैं अलीगढ़ का रहने वाला हूं, आज मैं आप सब को अपनी चाचा की लड़की के साथ हुआ सेक्स की कहानी बताने जा रहा हूं,
मैं अच्छे से जानता हूं चचेरी बहन का अर्थ क्या है मैंने कभी अपनी चचेरी बहन को गलत नज़र से नही देखता था लेकीन मेरे कुछ दोस्तों की वजह से ( सलीम और रहमान ) मेरा देखने का नज़रिया बदल गया,
मैं अक्सर अपने दोस्तों के घर जाया करता था, वो अपनी बहनों के साथ मस्ती करते थे, एक बार तो रहमान ने मेरे सामने ही अपनी चचेरी बहन के बूब्स को मसलने लगा था, ये सब देख कर मैं उसके घर से चला गया,
मेरे चाचा की लड़की जिसका नाम रानी था वो बहुत हॉट थीं, मस्त फिगर था, उम्र 23 साल थी, वो हमेशा सूट पहनती जिसमें उसके बूब्स की लाइन दिखाई देती थी,
मुझ से 2 साल बड़ी थी, इस लिए मैं उससे दीदी बोलता अक्सर मुझ से हसी मज़ाक किया करती थी, मैं खाली समय में चाचा के घर पर चला जाता था और घंटो वही बिताया करता था,
कई बार रानी पोछा लगाते समय दुप्पटा नही रखती थी और दोनो चूचियां दिखाया करती,अब रानी भी जान गई थी के मैं उसे किस नजर से देखता हु
लेकिन वो नही बोलती,
एक बार मैं दोपहर को चाचा के घर गया चाची बाहर गई हुई थी और चाचा काम पर तो घर पर सिर्फ रानी थी, मैंने सोच लिया रानी को आज ही चोदूंगा इससे अच्छा मौका नही मिल सकता,
अंदर जाते ही देखा तो रानी बैठी हुई थी, शायद नहा कर आई थी, मैं जा कर उसके पास बैठ गया और इधर उधर की बाते करने लगा,फिर मैंने बोला दीदी मेरा एक दोस्त है वो अपनी बहन से बहुत प्यार करता है,
रानी: ठीक है अच्छी बात है
मैं: दीदी वैसा वाला प्यार!
रानी: वैसा वाला मतलब कैसा वाला?
मैं:ऐसा वाला प्यार जो BF और GF ke बीच होता है
रानी:अच्छा उनके मां बाप कुछ नही बोलते?
मैनें बोला नही दीदी उनको पता भी है, इतना बोल कर मैं थोड़ा नज़दीक हो गया, रानी ने ढीली सी टीशर्ट और नीचे पेजामा पहन रखा था, मैनें बोला दीदी एक बात बोलूं अगर आप बुरा ना मानो तो, उसने कहा बोलो
मैने कहा मैं भी आपको बहुत प्यार करता हु लेकिन कभी बताया नही तो वो बोली मैं भी तुझे बहुत प्यार करती हूं और ये भी जानती हूं तू मुझे किस नजर से देखता है, बोलते हुए मेरे गालों पर किस्स कर लिया,
मैं तो खुशी से झूम उठा और सोचा चलो ये भी ठीक है दोनो को फीलिंग एक ही है,फिर मैने भी गालों पर किस्स करते हुए बोला दीदी आप बहुत अच्छी हो,फिर मैंने होठों पर किस्स करने लगा वो भी जोश में आकर मेरी गोद में बैठ कर मुझे चूमने लगी,
चूमते हुए मेरे खड़े लंड पर अपनी चूत को घुमाने लगी, मुझे भी जोश आ गया और मैंने टीशर्ट को ऊपर से इतने जोर से नीचे किया के दोनों बूब्स ब्रा से बाहर निकल गए, होठों को चूमने हुए दोनो बूब्स को भी मसलने लगा,वो सिसकारियां लेने लगी अहान अहान करने लगी,
फिर मैंने दोनो चूचियों को मुंह में डाल कर दांतो से निप्पल को काटने लगा वो बहुत गरम हो गई थीं,अब वो अपने पूरे बदन को मसलने लगी थी,फिर मैंने अपना हाथ चूत की तरफ ले गया और दो उंगलियां से चूत को मसलने लगा,
अब रानी ने अपने सभी कपड़े उतार दिए, मुझे अपनी तरफ खींचते हुए धीमी आवाज़ में बोलने लगी अब लंड को डाल दो चूत में रहा नही जा रहा, मैं मुस्कुराया ओर रानी की दोनो टांगो को फैला कर अपने लंड के ऊपर बैठा लिया और दोनो हाथों से उठा कर ऊपर नीचे करने लगा,
वो दर्द से बहुत चिल्ला रही थी रो भी रही थी, फिर देखा तो मेरे दोनो टांगो पर खून लगा हुआ है, फिर मुझे पता चला रानी अभी तक किसी से चूदी नही है मैं और भी ज़्यादा जोश में आ गया, अब मैं और भी तेजी से चुदाई करने लगा,
फिर मेरा माल निकल गया, पूरा वीर्य को चूत में ही छोड़ दिया, फिर कपड़े पहने के बाद पूछा अभी तक आप ने चुदाई नही करवाई थी क्या, बोली नही फिर थोड़ी देर बाद चाची आ गई मैं अपने घर आ गया..
Note: कहानी सत्या घटना है केवल नाम ओर स्थान बदले हुए हैं…desi adult stories