चलती ट्रेन में अनजान भाभी की चुदाई indiasex stories

ये मेरी जीवन का पहला अनुभव था के किसी औरत के साथ मैंने सेक्स किया है, दोस्तो मेरा नाम कोशिक है और मैं दिल्ली का रहने वाला हूं...

ये मेरी जीवन का पहला अनुभव था के किसी औरत के साथ मैंने सेक्स किया है, दोस्तो मेरा नाम कोशिक है और मैं दिल्ली का रहने वाला हूं मगर जॉब मुम्बई की एक कम्पनी में करता हूं,

मेरा कद 5.7 है और मेरे लिंग का 6.5 इंच है, ये घटना आठ साल पहले की है जब मैं दिल्ली से मुम्बई जा रहा था, दोपहर की ट्रेन की था, मेरा सफ़र शुरु हुए अभी एक घंटा हुआ था,

कुछ देर बाद मेरे सामने वाली सीट पर एक नव विवाहित जोड़ा आ गया, नव विवाहित इस लिए क्यों की भाभी ने लाल कंगन पहने हुए थे और नीले रंग की साड़ी वो भी उल्टे पल्लू के साथ,

भाभी को आधी कमर दिखाई दे रही थी, कुछ देर बैठे रहे फिर उसका पति बोला मुझे लेटना है और ऊपर वाली सीट पर चला गया,अब भाभी मेरे सामने अकेली बैठी हुई थी,

मैं भी अपने फोन में विडियोज देख रहा था तभी भाभी ने पूछा आप कहा जा रहे हो मैने कहा मुम्बई जा रहा हूं, और बस इसी तरह से बाते शुरु हुई, अब तक भाभी और मैं थोड़ा खुल कर बाते करने लगे,

मैं पूछा आप दोनो की कुछ दिन पहले ही शादी हुई है भाभी बोली हां यही कुछ दिन ही हुऐ है, मैं पूछा लव मैरिज? भाभी ने जवाब दिया नही अरेंज मैरिज है, मैं मन ही मन में खुश हो गया,

क्यों की अरेंज मेरिज वाली लड़की बहुत जल्दी सेट हो जाती है,फिर शाम हो गई और थोड़ा अंधेरा भी हो गया था, मैंने बैग से अपनी लोवर निकाली और बाथरूम में चला गया चेंज करने के लिए,

मैने जानबुझकर अंडर वियर भी निकल दिया ताकि मेरे लन्ड की शेप भाभी को दिखा सकू, मैं चेंज कर के वापिस आया और भाभी वही बैठी हुई थी उसका पति अभी भी सोया हुआ था,

कैसा इंसान है साला इतनी खुबसूरत पत्नी को छोड़ कर खुद घोड़े बेच कर सो रहा है,मैने सोचा अच्छा ही है, मेरा रास्ता साफ रहेगा, मैं भाभी के बिलकुल सामने आ कर बैठ गया,

भाभी का पल्लू नीचे गिरा हुआ था उसके ब्लाउस का डिजाइन दीप गले वाला था जिसमें भाभी की चूचियां का क्लीवेज दिख रहा था, नाभि एक दम हीरोइन के जैसे गोल आकार की गहरी थी,

मैं तो देखता ही रह गया कब मेरा लंड लोवर में खड़ा हो गया मुझे ही नही पता चला,अब तक भाभी ने पल्लू ऊपर तो कर लिया था लेकिन बस दिखाने के लिए, क्यों की पल्लू दोनो बूब्स के बीच में था,

लेकिन दी दिखाई सब दे रहा था, अब भाभी की नजर मेरे खड़े लंड पर पड़ी वो उसे ललचाई नजरों से देखने लगी,हम दोबारा से बाते करने लगे, बात करते समय भाभी ने अपनी एक टांग को सीट के ऊपर रख लिया,

टांग ऊपर होते ही साड़ी के बीच दूरी आ गई, अब मुझे भाभी की जांघें दिखाई देने लगी, इतनी खुबसूरत और चिकनी टांगे देख कर मेरा लंड तो पूरा ही खड़ा हो गाया, भाभी मेरे लंड को घूरने लगी,

इतने में भाभी का पति उठ गया और बोला खाने में नॉन वेज मांगा लेना फिर कुछ देर बाद खाना आ गया और हम सबने खाया और मैं अपनी सीट पर लेट गया,फिर बोगी की लाइट बंद हो गई,

तभी भाभी ने अपने बैग खोला और उसमें से एक नाईटी निकाल कर बाथरूम में चली गई, थोड़ी देर बाद भाभी नाईटी पहन कर वापिस आई,बहुत कमाल लग रहीं थी,

मैने देखा के भाभी के हाथ में साड़ी ब्लाउस और ब्रा पेंटी भी थी,पहले तो समझ नही पाया लेकिन जब भाभी के बूब्स को देखा तो पता चला के भाभी ने साड़ी के साथ ब्रा पेंटी भी उतार कर आई थी,

भाभी मेरे सामने आ कर बैठ गई इस बार भाभी की नज़रे अलग ही थी, मैं समझ गया के भाभी गरम हो चुकी है और चुदाई करवाना चाहती है, मैं अपनी सीट से थोड़ा खिसक कर दाएं बाएं देखा के कोई जाग तो नही रहा,

कोई भी नही दिखा, मैंने भाभी को पूछा आप को नींद आ रही है तो सो जाइए तो बोली नही नही मुझे नींद नहीं आ रही,फिर मैने मुझे भी नींद नही आ रही थोड़ा खिड़की के पास जा रहा हूं, ये बोल कर मैं आ गया,

मैंने सोचा अगर मेरा अंदाजा सही है तो भाभी जरुर आएगी, मैं थोड़ी देर इंतजार कर रहा था तभी भाभी भी आ गई ,जहां मैं खड़ा था ठीक मेरे सामने आ कर खड़ी हो गईं,मेरी तरफ देखते हुऐ बोली,

हवा ही खाने आए हो या फिर कुछ और भी खाना चाहते हो और अपनी नाईटी को नीचे कर दिया और दोनो बूब्स की दरार दिखाने लगी, मैंने भी कहा क्यों नही भाभी इसी का तो इंतजार था,

इतना बोल कर भाभी के बूब्स के ऊपर चूमने लगा ,उनके होठों पर अपने होठों को मिला कर उनकी चूचियों के साथ खेलने लगा, भाभी भी मेरे बालों में अपनी उंगली फेरा रही थी,

फिर मैंने भाभी की चूचियां को ऊपर से बाहर निकाला ब्रा तो पहले ही नही थी इस लिए दोनो बूब्स आसानी से बाहर आ गए, क्या मस्त बूब्स थे दूध की तरह सफेद अंधेरे भी चमक रहे थे,

बाहर निकाल कर निप्पल को चूसने लगी,अब भाभी हल्की हल्की सिसकारियां लेने लगीं आह ऊं हम्मम चूस डालो मेरे दूध को पी जाओ निचोड़ लो मुझे ये सब भाभी गहरी आवाज़ में बोल रही थी,

भाभी को ये सब बोलते हुए सुनकर मुझे और जोश आ गया, मैं भाभी को बाथरूम में ले गया और अपने लोवर को नीचे किया भाभी ने मेरा लंड देखते हु अपने मुंह में डाल लिया और मुझे चरम सुख देने लगी,

मैने भी भाभी के बालों को पकड़ रखा था और उनके मुंह को चोदने लगा,भाभी मेरे लंड को ऐसे चूस रही थी मानो को पोर्न फिल्म की हिरोइन हो, बहुत मजा आ रहा था,फिर भाभी ने अपनी नाइटी उतार दी और पूरी नंगी हो गई,

मैंने भाभी की एक टांग को थोड़ा ऊपर किया और पीछे से अपने लंड को चूत में दाखिल किया मेरा इतना मोटा था के भाभी मुझे बार बार पीछे कर रही थी, फिर मैंने लंड पर थूक लगाया और एक झटके से अंदर डाला,

भाभी चिला उठी आह आह उई मां मर गई थोड़ा धीरे करो और फिर मैं धीरे धीरे लंड को अंदर बाहर करने लगा,एक ही पोजिशन में मैंने भाभी को चोदा और अपना माल भाभी को चूत में छोड़ दिया,

मुझे डर था के कोई आ न जाए इस लिए सब काम जल्दी खत्म किया और अपनी सीट पर आ कर बैठ जाए,फिर कुछ घंटों बाद भाभी ने मेरे लंड को चूसा लेकिन इस बार सीट पर जी चादर डाल कर,

फिर सुबह जाते समय मैंने अपना नम्बर भाभी को दिया आज भी भाभी से बात होती है कभी कभी भाभी विडियो कॉल पर मुझे मज़े देती है….

Note: कहानी सत्या घटना है केवल स्थान और नाम बदले हुए हैं…indiasex stories

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