सभी पाठकों को मेरा नमस्कार! मैं फिर हाज़िर हूं अपनी आगे की कहानी लेकर,कहानी शुरु करने से पहले थोड़ा अपने बारे बता देता हूं, मेरा नाम ओम प्रकाश हैं और मैं हरियाणा का रहने वाला हूं,मेरे लिंग का आकार 8 इंच का है,
मैं पेशे से व्यापारी हूं,जिस कारण देश में हर जगह जाता रहता हूं, जैसे की आप ने पीछे भाग में पढ़ा के कैसे मैं चमेली को दूसरे रास्ते से ले कर आने लगा, चमेली ने पूछा ये तो कोई ओर रास्ता हैं तो मैने कहा हां ये दूसरा रास्ता है,
आप सभी मेरी कहानी Fantasystories.in पर पढ़ रहे हैं, यहां पर आप को रिश्तों में चुदाई, दोस्त की हॉट मॉम की चुदाई,मेरी हॉट चाची,लेस्बियन सेक्स स्टोरी, देसी गांव की सेक्स स्टोरी, थ्रीसम सेक्स स्टोरी, स्टेप मॉम सेक्स स्टोरी पढ़ सकते है,
क्यों की जिस रास्ते से हम आए थे शाम के समय वहां बहुत जंगली जानवर आ जाते है इस लिए मैं इस रास्ते से लाया, चमेली ने सिर्फ सिर हिलाया और चुपचाप बैठ गई,इस रास्ते पर बहुत गड्ढे थे,जिस कारण जीप में बहुत झटके लग रहे थे,
मेरा ध्यान चमेली की चुचियों पर गया तो मैंने देखा दोनों चूचियां उछल रही थी और चमेली का दुप्पटा भी नीचे खिसका हुआ था,इतनी बड़ी बड़ी चूचियों को देख कर मेरे लंड ने फिर से अंगड़ाई ली,चमेली की चुचियों को घूरते हुए,
मुझे चमेली ने देख लिया मुझे लगा वो गुस्सा करेगी लेकिन वो तो मुस्कुराने और बोली सड़क ठीक नही है इस इसलिए उछल रहे है, उछलने से मतलब वो अपने स्तनों के बारे में सीधा इशारा कर रही थी,
मैंने जीप की रफ्तार को कम किया और आगे एक बहुत बड़ा गड्ढा था जीप उसमे से जैसे ही गुजरी चमेली खुद को संभाल नही पाई और मेरे ऊपर आ गिरी मैने ब्रेक लगाई,
आप सभी मेरी कहानी Fantasystories.in पर पढ़ रहे हैं, यहां पर आप को रिश्तों में चुदाई, दोस्त की हॉट मॉम की चुदाई,मेरी हॉट चाची,लेस्बियन सेक्स स्टोरी, देसी गांव की सेक्स स्टोरी, थ्रीसम सेक्स स्टोरी, स्टेप मॉम सेक्स स्टोरी पढ़ सकते है,
जिस कारण चमेली मेरी गोद में आ गई,वो मेरी गोद में ऐसे गिरी हुई थी के उसके बूब्स मेरे सीने से टकराए हुए थे और उसकी गांड मेरे लंड के ठीक ऊपर थी,मेरा लंड भी बहुत सख्त हो गया था,
अब मैं चमेली को संभालने लगा,वो उठने की कोशिश में फिर से फिसल गई,इस बार मेरा लंड उसकी गांड की दरार के बीचों बीच था,लगता है चमेली ने पेंटी नही पहनी थी,
क्यों की मेरा लंड के ऊपर उसकी चूत की दरार मेहसूस हो रही थी, मैंने बिना कुछ बोले लंड को थोड़ा ऊपर किया, मेरे सुपाड़े का आधा हिस्सा चमेली की चूत में चला गया, चमेली ने अहाह की आवाज़ निकाली,
मैंने किसी तरह हिम्मत कर के चमेली के गालों पर चूम लिया, चमेली मुझे अजीब नज़र से देखने लगी,फिर वो उठी गई और अपनी सीट पर बैठ गई मैंने जीप को सड़क के किनारे रोक दिया,
चमेली बोली आप को चूमना नही आता और मेरे होठों पर चूमने लगी,मुझे भी बस इसी पल का इंतजार था, मैंने भी चमेली चूमने लगा, उसके होठ गुलाब की पंखुड़ी की तरह नरम थे,
एक दूसरे को चूमते हुए हमने अपने अपने कपड़े उतार दिए,जिस तरह चमेली मुझे चूम रही थी ऐसा लग रहा था चमेली ने पहले भी सब कुछ किया है, लेकिन मुझे क्या मुझे तो चूत मारनी थी,अब तक चमेली ने अपने पूरे कपड़े उतार दिए थे,
चांदनी रात थी और चमेली का बदन चमक रहा था, और बड़ी बड़ी चूचियां को देख कर मैंने मुंह में डाल और चूसने लगा, चूचियों को मुंह में डालते ही चमेली अहान आह ऊं आह करने लगी,
कुंवारी लड़की की चुचियों को चूसने में मुझे तो मज़ा आ ही रहा था साथ में चमेली को भी चरम आनंद प्राप्त हो रहा था, चमेली अपनी उंगलियों को मेरे बालों में फेर रही थी,अब चमेली बहुत गर्म हो चुकी थी,
चमेली ने अपनी सलवार उतार दी और अब चमेली सीट पर नंगी बैठी हुई थी, चमेली ने दोनों टांगो खोल दिया,मुझे अपनी और खींचते लगी, उसके कहने का मतलब था के मैं उसकी चूत को चाटू,
आप सभी मेरी कहानी Fantasystories.in पर पढ़ रहे हैं, यहां पर आप को रिश्तों में चुदाई, दोस्त की हॉट मॉम की चुदाई,मेरी हॉट चाची,लेस्बियन सेक्स स्टोरी, देसी गांव की सेक्स स्टोरी, थ्रीसम सेक्स स्टोरी, स्टेप मॉम सेक्स स्टोरी पढ़ सकते है,
उसकी चिकनी चूत को देख कर मैं भी खुद को रोक नही पाया, चमेली की चूत में अपना मुंह डाल दिया और चाटने लगा, चमेली भी अपने चर्म पर थी क्यों कि उसकी चूत का दाना ताना हुआ था,
चूत की दरार में अपनी जुबान को डाल कर रकड़ने लगा, चमेली अपनी गांड को उठा उठा कर झटके मरने लगी मेरी जुबां को लंड के जैसे अंदर बाहर करवाने लगीं, मैं भी ज़ुबान को अंदर डालने की नाकाम कोशिश कर रहा था,
फिर मैंने चमेली को उठाया और उसकी सीट पर बैठ गया और चमेली को अपने लंड पर बिताया,मेरे ऊपर बैठते ही चमेली उछल पड़ी ओर बोली अरे बाप राय! इतना बड़ा मैं तो मर ही जाऊंगी,
मैंने कहा नही पागल तुझे मरने नही दूंगा,तुझे मज़ा आएगा,फिर मैंने धीरे धीरे लंड को चूत में डालना शुरू किया,एक झटके से लंड पूरा अन्दर चला गया, चमेली अब अहह ऊं आह आह करने लगी,
अब लंड को अंदर बाहर करने लगा, चमेली भी मेरा पूरा साथ दे रही थी वो अपनी क़मर को हिला हिला कर लंड ले रही थी, जीप की सीट ऐसे थी की उसमे स्प्रिंग लगे हुए थे,
झटका में धीरे से मरता था चमेली दुगनी रफ्तार से ऊपर जाती थीं, उस्सी में मज़ा दोगुना हो गया, फिर थोड़ी देर चुदाई के बाद मेरा माल निकल गया और सारा माल चमेली की चूत में ही छोड़ दिया,
Note: कहानी सत्या घटना है केवल नाम ओर स्थान बदले हुए हैं…desi adult stories