हैलो दोस्तो मेरा नाम अरविंद है मैं दिल्ली का रहने वाला हूं, मैं अपने परिवार के साथ नही रहता क्यूंकि मैं बैंगलोर में आईटी कंपनी में जॉब करता हूं, मेरे लिंग का साइज 7 इंच है और मेरी चेस्ट 40 की है,
मैं जॉब के साथ जिम भी जाया करता था और में देखने में हैंडसम हूं,अब आप को ज्यादा बोर नही करूंगा सीधा कहानी पर आते है, बात चार साल पहले की है, जब पहला लॉकडॉन हुआ था,
हर तरफ अफरा तफरी मची हुई थी सब लोग घर अपने अपने घर जाना चाहते थे,मुझे भी वापिस दिल्ली आना था लेकिन मेरी कम्पनी ने बोला के मैं वर्क फ्रॉम होम कर सकता हु मगर वो भी बैंगलोर में ही रह कर, मतलब मैं जहा रहता था वही से ऑफिस नही जाना पड़ेगा,
मैं भी रेडी हो गया क्युकी मुझे सब कुछ कम्पनी दे रही थी, जहां पर मैं रहता था वहा मेरे बगल में एक नेपाल की फैमिली भी रहती थी, उन सब का भी काम बंद पड़ा था तो सभी सभी लोग घर पर ही रहते थे, एक लडकी जिसका नाम दानवी था,
दानवी का फिगर बहुत मस्त था बड़े बड़े बूब्स छोटी छोटी आंखे बडी गांड और कद तो वैसे भी छोटा ही होता है, दानवी को कभी भी मैंने गलत नजर से नही देखा था लेकिन जब से लॉकडाउन लगा था वो और भी खुबसूरत लगने लगी थी, या यूं कहूं बहुत हॉट लगती थी,
कुछ दिन ऐसे ही बीत गए , मैं हमेशा खिड़की के पास बैठ कर काम करता था और दानवी को आते जाते देखता था, अब तो दानवी भी मुझे कभी कभी पुरी नज़र से देखा लिया करती थी, एक दिन दोपहर के समय दानवी कपड़े सुखाने के लिए लेकर जा रही थी,
तभी जिस बाल्टी में गीले कपड़े रखे हुए थे उसका हैंडल टूट गया और दानवी के सभी के नीचे गिर गए,वो सभी कपड़े संभालने में लगी हुई थी लेकिन संभाल नही पा रही थी, वो अपने घरवालों को आवाज़ लगा रही थी लेकिन कोई ऊपर नही आया,
शायद नीचे तक दानवी की आवाज़ पहुंच नही पा रही थी, मैंने सोचा मैं ही मदद कर देता हु और मैं बाहर आ गया,देखा तो दानवी ने कुछ फ्रॉक टाइप का पहना हुआ है, वो घुटनों के बल बैठी हुई थी, उसकी टांगे चिकनी सफेद एक भी बाल नही था,
अंदर ब्रा भी नही पहनी हुई थी क्यों कि उसके निप्पल किसी पहाड़ी की चोटी की तरह बिलकुल सीधे थे, मैं आसानी से देख कर बता सकता था के बूब्स की गोलाई कहा से तक है, मैने जाते ही बाल्टी को सीधा किया और दानवी को बोला अब सभी कपड़े इस में भरो,
उसने मुझे मुस्कुराते हुए देखा और एक एक कपड़े को बाल्टी में डालने लगी, आज दानवी को मैने इतने करीब से देखा था उसके होठ सुर्ख लाल थे शायद लिपस्टिक लगाई थी, मेरा लंड अब अंगड़ाई लेने लगा था, ये तो दानवी ने में भी नोटिस कर लिया था,
दानवी की आंखों में अलग सी चमक आ गई, अब मुझे थोड़ी उम्मीद लगी के मैं दानवी को चोद सकता हूं, लेकिन उसके लिए मुझे प्लान बनाना होगा,फिर दानवी अपने कपड़ों की बाल्टी लेकर चली गई, मैं अपने कमरे में आ कर दानवी के नाम की मुठ मारी,
अगले दिन मैंने नोटिस किया के दानवी भी मेरे रूम के बाहर बार बार आने लगी हैं,फिर मैने मौका पा कर उससे बात करने की कोशिश की और उसका नाम पूछा तो उसने दानवी बताया,मैने कहा तुम लोग घर पर मोमोस नही बनाते क्या?,
अगर बनाना शुरु करो तो मेरे लिए भी एक प्लेट बना लेना, फिर दानवी बात करते समय मुस्कुरा रही थी,मैने उसका नंबर नही लिया लेकिन अपना नंबर दे दिया और बोला तुम्हारे पापा को बोल देना मुझे कॉल कर ले मैं खुद मोमोस लेने आ जाऊंगा,
फिर उसी रात मैं अपने फोन में विडियोज देख रहा था तभी किसी अनजान नंबर से मुझे व्हाट्सएप पर मैसेज आया, मैंने पूछा कौन तो दानवी ने अपनी पिक भेज दी,मुझे बहुत खुशी हुई क्यों की दानवी ने अपने नम्बर से मुझे मेसेज किया था,
फिर हमारी हर रोज बात होने लगी व्हाट्सएप पर ,कई दिन ऐसे ही बीत गए अब तक हम दोनो एक दूसरे को आई लव यू बोल चुके थे,एक दिन शाम के समय में फ्री था तो दानवी को मैसेज कर दिया और यूंही बाते शुरू हो गई,मैने पूछा तुमने क्या पहना है,
दानवी ने ब्रा में आपनी फोटो भेजी वो देख कर मेरा खड़ा हो गया तो मैने दानवी को बताया के मैं हॉट फील कर रहा हूं तो दानवी ने कहा मुझे कैसे पता तो मैंने भी अपने लंड की फोटो भेज दी, फोटो देख कर दानवी ने वीडियो कॉल कर दी,
और बोली अब दिखाओ कहा से हॉट हो तुम फिर मैंने अपना लंड दिखाया,अब दानवी ने अपने कपड़े उतार दिए और मुझे बोली तुम अपना हिलाओ मैं देखना चाहती हूं, मैंने भी लंड को बाहर निकाला और सहलाने लगा, दूसरी तरफ दानवी अपने बूब्स को दबाने लगी,
हम दोनों नग्न अवस्था में अपने आप को शांत करने में लगे हुए थे दानवी के बूब्स बहुत बड़े थे इतने बड़े थे के उसके हाथ में नही आ रहे थे,उसका बदन कपड़ो में छुपा रहता था कोई अंदाज़ा भी नही लगा सकता के दुबले शरीर में इतने बड़े स्तन भी हो सकते है,
फिर थोड़ी देर में मेरा झड़ गया उधर दानवी भी शांत हो गई थी, आगे की कहानी दूसरे भाग में बताऊंगा…
Note: कहानी सत्या घटना है केवल नाम ओर स्थान बदले हुए हैं…desi adult stories