मेरे प्यारे ससुर जी indiasex stories

मेरे प्यारे ससुर जी, मुझे भी अब बिना चुदाई के नींद नहीं आती थी, एक दिन मेरे ससुर जी का फोन आया मेरे पति बोले

मैं अपने जीवन की सच्ची घटना आप सब को बताना चाहती हूं
मेरा नाम मोहनी हैं मैं लखनऊ की रहने वाली हूं , मेरी शादी दिल्ली मैं हुई थीं, मेरे पति प्रवाइट कम्पनी में जॉब करते थे,

शादी के बाद मेरे पति मेरी अच्छे से चुदाई किया करते थे सुबह ओर शाम को हम दोनो एक दूसरे का अच्छे से साथ देते थे

नाम:मोहनी
उम्र: 24 साल
फिगर: बूब्स 36 कमर 30 गांड 34

मुझे भी अब बिना चुदाई के नींद नहीं आती थी, एक दिन मेरे ससुर जी का फोन आया मेरे पति बोले हम गांव जाना होगा मैंने पूछा तो बोले कोई जमीन का झगड़ा हैं तो अगले दिन हम गांव के लिए निकल गए ,

थोड़ा मैं अपने ससुर जी के बारे में बता देती हूं उनकी उम्र 45 की थी लेकिन 25 के लगते थे मैं उनकी बहुत इजत करती थी,

2 दिन बाद हम गांव पहुंच गए तो पता चला कोई ससुर जी की जमीन को अपने कब्जे में लेना चाहता था, मेरे पति ने बताया अब हमें कुछ दिनों के लिए यहीं पर रहना होगा मैंने बोला ठीक है कोई बात नही,

फिर हम अपने कमरे मैं चले गए और मेरे ज़िद करने पर मेरे पति ने मुझे अच्छे से चोदा फिर हम सो गए,

शाम को उठे तो पता चला मेरी सासू मां अपने भाई के घर चली गई कुछ दिनों के लिए क्यूंकि उनकी तबियत ठीक नहीं थी, मेरे पति ओर ससुर जी दोनो वकील के पास गए, वापिस आने के बाद उन्होंने बताया एक दो दिन में पेपर तैयार हो जाएगा तो सब ठीक हो जाएगा

फिर रात को हम तीनो खाना खा रहे थे तो मेरे पति को कंपनी से कॉल आया उन्हे बुला रहे थे कुछ इमरजेंसी हो गई थी तो मेरे पति को रात को वापिस जाना पड़ा,

वो मुझे अकेले छोड़ कर चले गए और मैं लंड के बिना रह नहीं सकती थीं किसी तरह मैने एक रात गुजारी अगले दिन ससुर जी मेरे पति को फोन पर डाट रहे थे कि जो कुछ भी है उसे ठीक कर ओर वापिस जल्दी आ वकील के भी पास जाना है यह सब बोल कर ससुर जी नहाने के लिए चले गए ( गांव में जो घर था उसका आंगन बहुत बड़ा था बाथरू भी वही था )

ससुर जी ने अपने कपड़े उतारे और अंडर वियर में नहाने लगे मैं तो उनके शरीर को देख कर हैरान हो गई, भरा हुआ रंग एक दम गोरा

मैंने उसी समय सोच लिया उनको पटा कर चूदवाने को, मैं अब ऐसा ब्लाउज पहना जिसमे मेरे बूब्स आधे से ज्यादा बाहर रहते थे, मैंने जल्दी से नाश्ता बनया और ससुर जी को देने लगी तो अपना पल्लू नीचे गिरा दिया उन्होंने मेरे बूब्स को अच्छे से देखा मैं ऐसी झुकी रही जब तक उन्होंने खुद नज़र नही हटाई,

नाश्ता करने के बाद वो अपनी बाइक लेकर बाहर चले गए, थोड़ी देर बाद मैं कपड़े धोने के लिए आंगन में बैठ गई कपड़े धोते समय मैंने सुना ससुर जी बाइक लेकर वापिस आ रहे थे मैंने जान बूझ अपनी साड़ी को अपने घुटनो से उपर उठा दिया, बाइक से उतरते समय उनका ध्यान मेरी टांगों पर गया और मैंने भी उन्हे सेक्सी स्माइल दी,

वो खांसने का नाटक करते हुए मुझे देख रहे थे तो मैंने साड़ी को नीचे कर दिया वो कमरे में चले गए,फिर मैने सोचा शायद मेरे ससुर जी ज्यादा ही शरीफ हैं, मैने दूसरा प्लान बनाया अगली सुबह ससुर जी बाहर बैठे हुए थे मैंने बोला ससुर जी मैं नहाने के बाद आप को नाश्ता देती हूं बोल कर में नहाने चली गई,

नहाने के बाद में नाइटी पहनकर अंदर आ गई मेरे कमरे ठीक सामने ससुर जी बैठे थे अंदर आने के बाद दरवाजा मैने बंद किया लेकिन खिड़की खुली हुई थी जहा से ससुर जी मेरी कमर तक आसानी से देख सकते थे,

मैंने नाइटी उतारी ताकि मैं कपड़े पहन सकू मैंने कुछ भी नही पहना था मैं धीरे धीरे कपडे पहन रही थी ससुर जी का ध्यान मेरी तरफ करने के लिए मैंने कमरे में कुछ गिरा दिया फिर ससुर जी कमरे की तरफ देखने लगे मैंने खिड़की पहले ही खुली रखी थी, दोनो बूब्स को खिड़की के सामने रखे तो ससुर जी ने जैसा ही देखा वो तो सुन्न हो गए और मेरे बूब्स को देखने लगे,

मैने जान बुझ कर बूब्स को मसलने लड़की निप्पल के उपर अपनी उंगलियां फेरने लगी ये सब देख के ससुर जी अपने लंड को सहलाने लगे, मैने पेटी कोट पहना ओर बूब्स को ज़्यादा ही हिला रही थी, फिर मैने ब्रा पहनी तो ससुर जी अंदर चले गए, वो भी गरम हो गए थे ओर मैं भी,

मैंने दरवाजा खोला ओर सिर्फ ब्रा और पेटीकोट में ससुर जी के कमरे में चली गई ससुर जी अपने मोटे लंबे लंड को सहला रहे थे मैंने बिना कुछ बोले उनके लंड को सहला शुरू कर दिया वो मुझे हैरानी से देखने लगे लेकिन कुछ बोले नही,

सहलाते हुए फिर मैने मुंह में डाल कर अच्छे चाटना शुरू किया तो ससुर जी ने मेरे बालो को पकड़ा ओर अपनी तरफ खींचने लगी अब वो भी मज़े लेने लगी फिर मैने ब्रा निकाल दी अपने दोनो बूब्स उनके मुंह में डालने लगी ससुर जी अच्छे बूब्स को चूसा मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था,

ससुर जी को मैंने लिटा दिया और उनके ऊपर टांगे फेला कर लंड के ऊपर बैठ गई और ज़ोर ज़ोर गांड उपर नीचे करने लगी, ससुर जी ने दोनो हाथो से मेरी कमर पकड़ी हुई थीं और आंखे बंद कर के मज़े ले रहे थे,

बार बार मेरे बूब्स को भी मसल रहें थे फिर उनका माल निकल गया ओर मैं बिना कुछ बोले दूसरे कमरे मैं चली गई…

Note: कहानी सत्या घटना है केवल स्थान और नाम बदले हुए हैं…indiasex stories

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