हैलो दोस्तों मेरा नाम मनी हैं मैं दिल्ली का रहने वाला हूं, मैं देखने में हैंडसम हूं और सुडौल भी क्यों की जिम भी जाता हूं,आज मैं आप को अपने जीवन का किस्सा बताने जा रहा हूं,
ये बात आज से तीन साल पहले की है,जब मैं कॉलेज में था, कॉलेज से वापिस आते समय में रस्ते में एक दुकान थी, जहां हर रोज़ मैं सिगरेट पिया करता था पास में एक घर था,
उस घर की बालकनी दुकान से ठीक ऊपर थी,हर शाम बालकनी में रोमा आया करती थी,रोमा पुलिस वाले की बीवी थी ये बात मुझे बाद में पता चली थी,रोमा का फिगर बहुत सेक्सी था,32,28,34 था,
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उभरा हुआ बदन किसी को भी गर्म करने के लिए काफी था,वो हर रोज़ बाल्कनी में ही रहती थी,मेरा भी ध्यान अब भाभी के बदन के ऊपर जाने लगा, मैंने नोटिस किया भाभी बहुत सेक्सी हैं,अब मैं उसे प्यार के बारे में सोचने लगा,
कई दिन ऐसे ही बीत गए,फिर एक दिन में रोज़ की तरह दुकान के बाहर सिगरेट पी रहा था लेकिन भाभी बाल्कनी में नहीं थी, मैं इधर उधर भाभी को देख रहा था,तभी मैने देखा भाभी अपने घर से मेरी तरफ आ रही थी,
रोमा मेरे पास आ कर खड़ी हो गई और बोली,कुछ दिनों से देख रही हूं,तुम मेरे घर की और देखते रहते हो,कोई चोरी की प्लानिंग कर रहे हो क्या,
मैं:नहीं ऐसी बात नहीं है मैं तो आप को देखता रहते हूं
रोमा भाभी:क्यों मुझे क्यों देखते हो,
मैं: क्यों की आई लाइक यू,
रोमा भाभी:अच्छा मैं भी तुम्हे लाइक करती हूं तो
मैं:तो कुछ नहीं आप का नाम क्या हैं
रोमा भाभी:मेरा नाम रोमा है,
मैं: नाइस नेम रोमा ,
फिर हम दोनो हंसने लगा,फिर भाभी ने मुझे अपना नंबर दिया और हमारी बाते होने लगी,अब हम घंटों फोन पर बातें करने लगी,फिर एक दिन मैने भाभी को बोला आप को देखना है वीडियो कॉल पर आयो,
फिर। भाभी बोली थोड़ा रुको कम खत्म कर के आती हूं,थोड़ी देर बाद भाभी हे मुझे विडियो कॉल किया,भाभी की क्लीवेज दिखाई दे रही थी,मैने बस ऐसे ही मज़ाक के बोला भाभी आप का सामान ढक लो,
वरना मेरा पारा चढ़ने लगेगा,भाभी ने बोला अच्छा अगर पारा चढ़ेगा तो क्या होगा इतना बोलते ही भाभी ने अपने कपड़े उतार दिए और सिर्फ़ ब्रा पेंटी में आ गई,मैने भी बिना कुछ सोचे अपने लन्ड को बाहर निकाला और मूठ मारने लगा,
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भाभी मुझे ओर गर्म करने के लिए ब्रा निकाल कर अपने बूब्स को मसलने लगी,क्या मस्त चूचियां थी, वीडियो कॉल पर अपने एक दूसरे को गर्म किया,फिर शान्त भी हो गए,
मैंने बोला भाभी को अब रहा नहीं जा रहा कब मिलने आऊं,भाभी ब्लाउज हफ़्ते बाद मेरे पति बाहर जा रहे हैं,उसके बाद हम मिलेंगे,मैने कहा ठीक है,फिर वो दिन आ गया,भाभी ने कॉल कर के बताया,उनके पति की फ्लाइट 10 बजे की थी,
मुझे भाभी ने 11 बजे आने को बोला,उस रात बहुत ठंड पड़ रही थी क्यों कि सर्दियों का मौसम था, तकरीबन 11 बजे के बाद मैं भाभी के घर पहुंचा कांपते हुए,भाभी ने मेरे लिए चाय बनाई और मेरे पास आ कर बैठ गई, मैंने भाभी को बोला,
मैं चाय नहीं पिता सिर्फ़ दूध पिता हूं,तो भाभी बोली अच्छा तो गिलास में लाऊं या फिर डायरेक्ट पीना चाहोगे, मैंने कहा गिलास आज तो डायरेक्ट पीना चाहूंगा और मैं भाभी के होठों को चूमने लगा,
भाभी मेरे ऊपर बैठ गई दोनो टांगे फैला कर और मुझे कसक कर पकड़ लिया, चूमाते हुए उनके ब्लाउज़ के बटन को खोलने लग,भाभी पूरे जोश में मेरे होठों को दांतो से काट रही थी, मैं उनकी जुबान को पकड़ चूस रहा था,
हम ने एक दूसरे के कपड़े उतार फेंके,हम दोनों ही बिना कपड़े एक दूसरे से लिपटे हुए थे, अब हमें सर्दी का एहसास भी नहीं हो रहा था, मैं भाभी की बड़ी बड़ी चुचियों को अपने मुंह ने डाल कर उनका दूध पी रहा था,
फिर मैंने भाभी को लिटाया और उनकी चूत को देखने लगा, जिसमें एक भी बाल नही थी बिल्कुल चिकनी थी,चूत की दरार पर मैंने अपनी जुबान को रखा ही था के भाभी मुंह्ह्ह आह आह्ना करने लगी,चूत को चाटने में जो मज़ा है वो किसी चीज़ में नहीं,
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फिर मैंने उनकी जांघों को फैला कर अपनी ज़ुबान को दाएं बाएं घुमाया तो भाभी की गर्म सिसकियां निकलने लगी,मैं चूत के दाने को चाटने लगा,आज भाभी ने चरम सुख को पाया है,बस करो आज मेरी जान लेने का सोच रखा हैं क्या,
फिर मैने भाभी को सोफे से नीचे किया और उनकी गांड को मेरी तरफ करने के बाद पीछे से अपने लन्ड के सुपाड़े को चूत के ऊपर रखा पर अंदर डाला ही था के भाभी चिल्लाई अहा ऊंह इतना मोटा निकालो इससे बहुत दर्द हो रहा हैं,
फिर मैंने लन्ड को बाहर निकाला और थोड़ा थूक लगा कर फिर से चूत के मुहाने पर रखा और एक झटके से अन्दर डाल दिया,फिर मैंने चुदाई शुरू कर दी, मैं तेज़ी से लन्ड अन्दर बाहर करने लगा,
भाभी अहा अहा ऊंह अहा मज़ा आ रहा है और तेजी से करो, मैं पूरी रफ्ता रफ्तार से चुदाई करने लगा, पच पच फट फट की आवाज़ें गूंजने लगी,फिर मेरा झड़ने लगा, मैंने सारा माल भाभी की चूत के ही निकाल दिया,
फिर हम दोनो फ्रेश होने लगे,तभी मैने देखा दीवार पर पुलिस वाले की फोटो लगी हुई थी,मेरी तो गांड फट गई,मैने भाभी को पूछा ये आप के पति है भाभी बोली हां,फिर थोड़ी देर बाद हम ने फिर से चुदाई की,
उस से दिन से लगातार एक हफ्ते मैंने भाभी को चरम सुख दिया फिर जब भी मौका मिला मैंने भाभी को चोदा, कहानी को पढ़ने के लगी आप सभी का ध्यानवाद
Note: कहानी सत्या घटना है केवल स्थान और नाम बदले हुए हैं…indiasex stories