सभी फैंटेसी स्टोरी के दीवानों का मेरा प्यार भरा नमस्कार,मेरा नाम शनाया है और मेरी शादी दिल्ली में हुई हैं,वैसे मेरा गांव उत्तर प्रदेश में हैं,मेरा जिस्म बहुत हॉट है मैं देखने में बहुत सेक्सी हूं,
मेरे बूब्स 36 के कमर 31 की ओर गांड 34 की है, शादी से पहले मैंने अलग अलग तरह के लन्ड से चुदाई करवाई है,कुछ तो मेरी उम्र से बहुत बड़े थे उनके साथ बहुत आनंद प्राप्त हुआ,
ये मेरे जीवन की सत्या घटना है, तो हुआ यूं के शादी के पहले साल में ही मैं प्रेग्नेंट थी,मेरा मतलब शादी के एक साल बाद मैं पेट से थी, बच्चे पैदा हुआ लेकिन एक हफ्ते के बाद वो गुजर गया, मैं अपने माता पिता के घर आई थी,
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हादसे के तकरीबन एक महीने के बाद मुझे मेरे पति ने बोला के दिल्ली वापिस आ जाऊं,लेकिन मेरे पति को टाइम नहीं मिला मुझे लेने आने को तो मेरे ससुर जी मुझे लेने आने वाले थे,
माफ़ी चाहती हूं मैंने अपने ससुर के बारे में बताया नहीं,उनका नाम दीपक था,देखने में हट्टे कट्टे थे,वो तो देखने में मेरे जेठ लगते थे, उनकी भी नियत फिसली हुई थी मुझ पर क्योंकि कई बार उन्होंने मेरी गांड पर हाथ लगाया था,
कई बार वो जान बूझकर जब मैं बाथरूम जाती थी तो आ कर खड़े हो जाए थे और बाहर निकलते समय उनका हाथ मेरी गांड पर लगा देते थे, ज़्यादातर मैं नहाने के बाद पेंटी नहीं पहनती थी तो उनको मेरी गांड का स्पर्श बहुत अच्छे तरीके से हुआ है,
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तभी उनकी नियत फिसली हुई है,किसी न किसी बहाने से मेरी गांड को छू लेते या फिर हाथ फेर देते है,मैने भी कभी कुछ नहीं बोला क्योंकि मैं भी मज़े लेती थी, मैं भी अपनी गांड उनके सामने ज़्यादा मटका कर चलती थी,
मेरे पति को टाइम न मिलने के कारण ससुर जी मुझे लेने आने वाले थे, तो मेरे पति ने ट्रेन टिकट बुक किया,ससुर जी मुझे लेने आए, फिर एक दिन हमारे यहां रुकेने बाद अगले दिन हम दोनो सफर के लिए निकल पड़े,
हमारी सीट केबिन हुई थी, तकरीबन एक घंटे बाद मैंने कपड़े बदल लिए और प्लेन क्रीम कलर की नाइटी पहन ली,थोड़ी देर बाद ससुर जी ने भी कपड़े बदल लिए,वो मेरे ठीक सामने वाली सीट पर थे,मेरी चुचियों से दूध टपक रहा था, मैं बार बार उसे साफ करने जा रही थी,
ससुर जी का ध्यान भी मुझ पर था वो मेरे गिले हुए बूब्स को देख रहे थे, मतलब कि नाइटी के ऊपर से निप्पल गिले हुए दिखाई दे रहे थे क्यों कि मैने अंदर कुछ नहीं पहना था,तो ससुर जी ने पूछा क्या हुआ कोई परेशानी है क्या,
मैंने कहा नहीं सब ठीक है आप आराम कीजिए वो बोले अगर कोई परेशानी है तो बता सकती हो, मैं बार बार निप्पल को हाथों मसल रही थी, थोड़ी देर बाद में फिर से साफ करने गई,इस बार ससुर जी के पूछने पर मैंने बता दिया,
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दअरसल मेरे छाती से दूध टपक रहा है तो उसे ही साफ करने जा रही हूं,इतना सुनकर ससुर जी मेरे पास आ कर बैठ गए, वो बोले मुझे पता थोड़ा अजीब सा महसूस हो रहा होगा,अगर तुम्हारा कोई दूध पी ले तो ये परेशानी ठीक हो जाएगी,
मैंने कहा जी कुछ ऐसा मुझे भी लगता है लेकिन यहां कोई छोटा बच्चा नहीं है कौन मेरा दूध पीएगा,फिर वो बोले मुझे गलत मत समझो मैं तुम्हारी परेशानी दूर कर सकता हूं,तुम मुझे अपना दूध पीला दो,इतना बोल कर वो मेरी गोद में अपना सिर रख कर के गए,
मैंने भी नाइटी के बटन खोल कर बूब्स उनके मुंह में डाल दिए,वो भी कामुकता भरे अंदाज़ में मेरे बूब्स को मुंह में डाल कर दूध पीने लगे,वो मेरे निप्पल को होठों से दबाने लगे, मेरी वासना जाग चुकी थी,मेरी चूत भी गीली हो गईं, दोनों चुचियों को बारी बारी से निचोड़ रहे थे,
मैंने उनके बालों में हाथ फेरने लगी,दूसरे हाथ से उनके लन्ड को सहलाने लगी,वो मेरी चुचियों को दबाने लगे,अब मैंने अपने कपड़े उतार दिए और ससुर जी के सामने सिर्फ पेंटी में बैठी थी,मेरा सारा दूध ससुर जी ने पी लिया,फिर उन्होंने अपने कपड़े उतार दिए और मुझ पर टूट पड़े,
वो मेरे होठों चूमने लगे,साथ में मेरी गांड को दबाने लगा,वही हो रहा था जो ससुर जी कई दिनों से चाहते थे, मैंने भी ससुर जी का पूरा साथ साथ दिया,उनके होठों को चूसने लगी अपनी ज़ुबान को उनके मुंह में डाल कर चूसने लगी,
फिर ससुर जी मेरी चूत को टटोलने लगे, मैं अहा ऊंह हम्म्म आह आह्ना करने लगी,वो मेरी चूत के दाने को सहला रहे थे,फिर उन्होंने मुझे लिटाया सीट के ऊपर,मेरी चूत को चाटने लगे, चाटते हुए वो मेरी चूत में उंगली डाल कर अंदर बाहर कर रहे थे, वाह क्या आनंद प्राप्त हुआ,
चाटने के बाद ससुर जी ने अपना मोटा लन्ड निकाला और मेरी चूत में डाल दिया,इतना मोटा लन्ड जाने के बाद मेरी तो जान ही निकल गईं,फिर उन्होंने ने धीरे धीरे चुदाई शुरू कर दिया,
जैसे जैसे लन्ड अन्दर बाहर जाता मुझे चर्म आनंद की प्राप्ति होती,कुछ देर चुदाई करने के बाद ससुर जी झड़ गए सारा माल मेरी टांगो पर गिरा दिया, घर पहुंचते पहुंचते ससुर जी मेरी चुदाईतीन बार की,
उसके बाद से जब भी मौका मिलता मैं ससुर जी का तकड़ा लन्ड लेने के लिए तैयार बैठी रहती थी,फिर मुझे उनके लन्ड की आदत पड़ गई,आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद कहानी को अंत तक पढ़ने के लिए….
Note: कहानी सत्या घटना है केवल स्थान और नाम बदले हुए हैं…indiasex stories