आज मैं तुम्हें एक सच्ची कहानी सुनाता हूँ। हमारे घर में ३ लोग हैं, मेरे माता-पिता और मेरी बहने। मेरे पिता की उम्र ५२ साल होगी। वे कमज़ोर और छोटे कद के हैं। यह ६ साल पहले की बात है।
एक बार मैं और मेरी माँ मेरे चाचा के घर पर एक समारोह में भाग लेने के बाद ट्रेन से घर लौट रहे थे। ट्रेन बहुत लेट थी।इस वजह से रात काफी हो गई थी। हम रात के ११ बजे स्टेशन पहुँचे। वहाँ काफी अंधेरा और धुंध थी।
मुझे भूख लगी थी इसलिए मैंने और माँ ने स्टेशन पर ही कुछ खाया और फिर हम सड़क की ओर चल पड़े। हमें तब कोई बस नहीं दिखी। हम इंतज़ार कर रहे थे। हमें कोई वैन नहीं दिखी,
तब मेरी उम्र १९ साल की थी। मुझे काफी डर लग रहा था। फिर मैंने एक दुकान पर जा कर पूछा तो पता लगा कि अब मुश्किल से ही कोई वैन आएगी। फिर हम इंतजार कर रहे हैं।
तो मम्मी बोली कि कोई वी वैन आएगी तो हाथ पकड़कर रुकवाएंगे। 20 मिनट बाद एक बड़ी सी वैन आती दिखी.वो जेबी नजदिक आई तो पता लगा कि वो एक ट्रक है। फिर हमने हाथ दिया तो ट्रक रुक गया।
फिर हमने कहा कि हमें घर जाना है जो ८० किलोमीटर दूर है यहां से। तो ड्राइवर बोला हां हम उधर से ही जाएंगे। आपको घर तक छोड़ देंगे।
वो मेरी मम्मी को देख कर मुस्कुरा रहे थे। उसके चेहरे पर चमक आ गई थी। वो मन ही मन मुस्कुरा रहा था।
वो अपने जीभ को अपने होठों पर घुमा रहा था वो देखने में काला और मोटा था। उसकी उम्र ५० साल होगी और उसने अपना नाम अब्दुल बताया उसके साथ उसका एक असिस्टेंट भी था.जिसकी उम्र ४५ साल होगी और उसका नाम रज्जाक था,
ट्रक ड्राइवर वैसे काफी फ्रेंडली थे। हम लोग 8-10 किमी आगे गए होंगे कि मुझे नींद आने लगी। ट्रक की खिड़की से अच्छी हवा आ रही थी। हवा आने के कारण मेरी मम्मी की सारी उड़ रही थी। जिसकी वजह उनकी बड़े बड़े फुटबॉल जैसा स्तन दिख रहे थे। जिसकी कारण ट्रक ड्राइवर के मुंह में पानी आने लगा,
मम्मी लो कट ब्लाउज़ पहनी थी जिसकी वजह से मम्मी की आधी से ज़्यादा स्तन के दर्शन हो रहे थे। मुझे नींद आ रही थी तो मैं मम्मी की कंधे पर सिर रख कर सोने की कोशिश कर रहा था, ट्रक ड्राइवर मम्मी से बात कर रहे थे। और साथ में मम्मी को टच करने की कोसिस वी कर रहे थे।
अब्दुल अंकल बार-बार मेरी मम्मी के स्तनों को घूर रहे थे। फिर वो अपने असिस्टेंट रज्जाक अंकल से इसरो इसरो में कुछ बात किए फिर अचानक एक सुनसान जगह पर ट्रक रोक दिया। मम्मी पूछने लगी कि क्या हुआ तो अब्दुल अंकल बोले कि अब कितना तड़पाओगी।
अब रहा नी जाता और इतना कह कर मम्मी के मोटी मोटी जंघो को मसलने लगे।मम्मी उनके आगे हाथ जोड़ने लगी कि भगवान के लिए मुझे छोड़ दो। मैं शादी सुदा हूं और 2 बच्चों की मां हूं। लेकिन वो कहां मनने वाले थे। मम्मी ज़ोर से चिल्लाई बोली अवि बचाओ।
तब रज्जाक अंकल बोले कि अगर चिल्लाई तो इसे चलती ट्रक से बाहर फेंक दूंगा।तो मम्मी रोने लगी उनके आगे गिड़गिड़ाने लगी।लेकिन वो और मज़बूती से मम्मी को गले लगा लिया और मम्मी के बड़े फुटबॉल को दबने लगे। मैं जिस साइड में लेट कर सब देखता रहा।
मम्मी मुझे बोल रही थी कि बचाओ बेटा अब्दुल अंकल बोले चुप रहो आज तेरा बेटा चुप चाप अपनी मम्मी को चोदता देखेगा। ऐसा बोल कर वो मुझे देखा और मुस्कुराए मैंने सोचा आज मेरी मम्मी अच्छे से चुदेगी।क्योंकि मैं जानता था कि पापा मम्मी को अच्छे से चोद नहीं पाते,
उधर मेरी।मम्मी राधिका अब्दुल अंकल और रज्जाक अंकल के बीच में सैंडविच बनी थी।तब अचानक अब्दुल अंकल मम्मी को अपने और खींचकर कर बैठा लिया और मम्मी के स्तनों को दबाने लगे।और फिर एक ही झटके में मम्मी की ब्लोज़ को सनक कर हटा दिया,फिर ब्रा की स्ट्रिप्स खुलते हुए ब्रा को हटा दिया,
जिसे मम्मी की बड़े बड़े स्तन बहार आ गए अब अदुल अंकल मम्मी के स्तन को चाटने लगे।और रज्जाक अंकल दूसरे स्तन को मजबूती से दबा रहे थे।ऐसा लग रहा था कि वो बहुत दिन से भूखे हो।मम्मी उनका विरोध कर रही थी।तब अब्दुल अंकल मम्मी को अपने बाहों से हटाते हैं
और मम्मी की साड़ी को खोल कर अलग कर देते हैं। फिर पेटीकोट हटा कर मम्मी की चूत को पैंटी के ऊपर से ही सहलाने लगे।मम्मी की मुँह से सिस्कारिया निकनी शुरू हो गई।और तब रज्जाक अंकल मम्मी की पैंटी हटा दिए और चूत चाटने लगे।मम्मी की चूत पूरी तरह गिली हो चुकी थी।चूत से धरा बह रही थी और अब्दुल अंकल घुट घुट कर पी रहे थे,
अब मम्मी की ना हां में बदल गई थी। अब वो विरोध नहीं कर रही थी और ना ही उन्हें मना कर रही थी। अब मम्मी ने अपनी टांगें खोल दी और कमर उठा कर चुत चटवा रही थी। मम्मी को अब मज़ा आने लगा था। मम्मी के मुँह से अब आआआआआआआआह्ह्ह्ह। ऊऊउउइइइच…..निकल रहा था.
तब भी मम्मी ने मेरी तरफ देखा तो मैंने सोने का नाटक कर दिया तो मम्मी को लगा कि कहा मैं सो गया,तो मम्मी खुश हो गई।क्यूकी वो पहले से ही कह रही थी कि चुदना चाहती थी।अब्दुल अंकल अब अपने कपड़े खोलने लगे तो मम्मी ने उन्हें रुकने को बोली।
मम्मी बोली ये काम अब मेरा है और ये कह कर अब्दुल अंकल का कुर्ता खोल दी फिर उनकी लुंगी वी हटा दी। उनके अंडरवियर में उनका मोटा लंबा और काला लंड बाहर से ही नजर आ रहा था। जिसको मम्मी ने अपने हाथ से अब्दुल के अंडरवियर से बाहर निकली।
उनका लंड 9 इंच का था जो 3 इंच मोटा था। लंड का टोपा देख कर मम्मी बहुत खुश हुई। बाहर निकालने लगी और चटने लगी,रज्जाक अंकल वी अब मम्मी की चूत पर थूक लगाने लगे।और मम्मी की बिना बालो वाली चूत में उंगली डालने लगे।मम्मी खूब एन्जॉय कर रही थी।
रज्जाक अंकल मम्मी की चूत चाट रहे थे और अपने जीव अंदर तक डाल रहे थे। मैंने पहली बार मम्मी की चूत और स्तन देखे थे। चूत गुलाबी और बिल्कुल फूली हुई थी। जिसपे बहुत छोटे बाल थे। चूत तप रही थी
मम्मी की चूत चाटने से वो काफी हॉट हो गई और कहने लगी मुझे चोदो चोदो ….. उउउउम्म्म्म…आआम्म्म्म..ऊऊउउउच….
एक तरफ अब्दुल अंकल मम्मी के मुँह में लंड डाल रहे थे और दूसरी तरफ रज्जाक अंकल मम्मी के चूत पर अपना 8 इंच का लंड डालने की तैयारी कर रहे थे।फिर थोड़ा सा थूक लंड की टोपे पर लगा कर एक झटका मारे, मम्मी उछल पड़ी और चिल्लाने लगी आआ…..आआआहहज..उउउउइइइ……उउउउम्म्म्म…
श्रीमान बाहर निकलो लेकिन रज्जाक अंकल ने एक और झटका लगाया और पूरा लंड मम्मी की चूत में पेल दिये।ट्रक के केबिन के अंदर मम्मी की चुदाई की आवाज गूंज रही थी।ऐसे ही लगभाग 20 मिनट में चोदने के बाद रज़्ज़ाक अंकल का वीर्य मम्मी की चूत में ही निकल गया और वो दोनों साथ साथ झड़ गए,
इधर अब्दुल अंकल भी मम्मी के मुँह में ही एक झड़ गए।मम्मी उनके वीर्य को पीना नहीं चाह रही थी लेकिन वो मम्मी की मुँह के पकडे रहे और जबर्दस्ती पिला दिए।मम्मी को मजबूरी में पीना पड़ा, लेकिन फिर मम्मी भी मुस्कुराते हुए बोली अच्छा है,
कुछ देर में हमारा घर आ गया मम्मी ने दोनो गुड बाय बोला और हम अपने घर आ गए, जबर्दस्त चुदाई के बाद मम्मी के चेहरे से मुस्कुराहट जा नहीं रही थी, कहानी को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद….
Note ये कहानी सत्या घटना है केवल नाम और स्थान बदले हुए हैं….